जम्मू-कश्मीर के रियासी, कठुआ और डोडा में पिछले चार दिनों में चार आतंकी घटनाएं हुई हैं। इसमें 9 श्रद्धालुओं की जान चली गई। 1 जवान शहीद हुआ और 2 आतंकी मारे गए। चारों घटनाओं में 6 जवानों समेत कुल 49 लोग घायल हुए हैं। कुपवाड़ा में शब्बीर अहमद नाम के एक ओवर ग्राउंड वर्कर (OWG) को पकड़ा गया है, जो आतंकियों की मदद कर रहा था। उसके पास से हथियार भी बरामद हुए हैं। अब चारों आतंकी घटनाओं के बारे में सिलसिलेवार पढ़ें...
तारीख: 12 जून, रात 8:20 बजे
स्थान: डोडा, जम्मू
क्या हुआ: डोडा के गंडोह में कोटा टॉप में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) का एक कॉन्स्टेबल फरीद अहमद जख्मी हो गए। फिलहाल उन्हें इलाज के लिए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज डोडा में भर्ती कराया गया है। इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।
तारीख: 11 जून, रात 1-2 बजे
स्थान: डोडा, जम्मू
क्या हुआ: आतंकियों ने डोडा के भद्रवाह-पठानकोट मार्ग पर 4 राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस की जॉइंट चेकपोस्ट पर फायरिंग की। 5 जवान और एक स्पेशल पुलिस ऑफिसर (SPO) घायल हो गए। हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन कश्मीर टाइगर्स (जेईएम/जैश) ने ली है।
तारीख: 11 जून, देर शाम 8 बजे
स्थान: कठुआ, जम्मू
क्या हुआ: पाकिस्तान बॉर्डर से लगे हीरानगर के सैदा सुखल गांव में दो आतंकियों ने घरों का दरवाजा खटखटाकर पानी मांगा। ग्रामीणों को शक हुआ तो दरवाजे बंद कर शोर मचाया। आतंकियों ने फायरिंग की। एक ग्रामीण घायल हुआ। DIG और SSP पहुंचे तो एक आतंकी ने उनकी गाड़ी पर फायरिंग की। ग्रेनेड फेंकने के दौरान वह मारा गया।
12 जून को लगातार दूसरे दिन जारी मुठभेड़ में एक और आतंकी मारा गया। पुलिस ने आतंकी के पास से अमेरिका निर्मित एम4 कार्बाइन बरामद की है। ऑपरेशन अभी भी जारी है, क्योंकि सुरक्षाबलों को एक और आतंकी के छिपे होने की आशंका है।
तारीख: 9 जून, शाम 6:15 बजे
स्थान: रियासी, जम्मू
क्या हुआ: मोदी सरकार के शपथ के दिन कंदा इलाके में शिव खोड़ी से कटरा जा रही बस पर आतंकियों ने 25-30 राउंड फायरिंग की। इसमें ड्राइवर को गोली लगी। बस खाई में गिरी। 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। 41 घायल हो गए। पुलिस ने संदिग्ध आतंकी का स्केच जारी किया। 20 लाख रुपए का इनाम रखा। 200 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। सर्च ऑपरेशन जारी।
कठुआ ऑपरेशन के बाद आतंकियों का बरामद सामान कठुआ ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने आतंकियों का सामान बरामद किया है। इसमें 3 मैगजीन (30 राउंड), 1 मैगजीन (24 राउंड), पॉलीथीन में 75 राउंड, 3 जिंदा ग्रेनेड, 1 लाख इंडियन करेंसी (500 और 200 के नोट नोट), खाने-पीने का सामान जिसमें पाकिस्तान में बनी चॉकलेट, सूखे चने पैकेट, पाकिस्तान में बनी दवाइयां और इंजेक्शन (पेन किलर), 1 सिरिंज, A4 बैटरी के 2 पैक, 1 हैंडसेट, 1 M4 कार्बाइन और 1 AK 47 शामिल है।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह बोले- हम प्रशासन और पीड़ित के लगातार संपर्क में
उधमपुर से सांसद जितेंद्र सिंह ने X पर एक पोस्ट में लिखा- मैं अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक कठुआ के सैदा गांव में एक घर पर हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर डिप्टी कमिश्नर राकेश मिन्हास और SSP कठुआ अनायत अली चौधरी के संपर्क में हूं। जिस घर पर हमला हुआ था, उसका मालिक (नाम का खुलासा नहीं किया जाएगा) भी मोबाइल फोन पर संपर्क में है। संयुक्त पुलिस और अर्धसैनिक अभियान चल रहा है।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा- हमारे पड़ोसी के साथ अभी भी समस्याएं हैं
जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमलों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "हमारे पड़ोसी के साथ अभी भी समस्याएं हैं। सैन्य कार्रवाई से ये समस्याएं हल नहीं होंगी। जब तक हम अपने पड़ोसियों से बात नहीं करेंगे, हम इसे हल नहीं कर सकते।''
उन्होंने आगे कहा कि बॉर्डर के जरिए आतंकी आ रहे हैं और वे आते रहेंगे। कल जो भी सरकार होगी, उसे यही सब झेलना पड़ेगा। हमें इन परिस्थितियों से बाहर निकलने की जरूरत है। हमारे पास एक बड़ी यात्रा (अमरनाथ यात्रा) आने वाली है। उसमें कोई भी छोटी घटना होने पर देश के बाकी हिस्सों में इसका बखान किया जाएगा। हम कश्मीरी इन चीजों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। हमने कभी इन चीजों का समर्थन नहीं किया है।
अब्दुल्ला ने कहा कि चुनाव होंगे, जब ये घटनाएं हुईं, तब संसद के लिए भी चुनाव हुए थे। इससे चुनाव नहीं रोके जा सकते हैं।
वैष्णो देवी रूट की सुरक्षा बढ़ाई गई, श्रद्धालुओं को सावधानी बरतने की सलाह
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के जवान कबीर दास उईके शहीद हो गए। 35 साल के कबीर दास उईके छिंदवाड़ा की बिछुआ तहसील के पुलपुलडोह के रहने वाले थे। उन्होंने 2011 में सीआरपीएफ जॉइन की थी। 4 साल पहले उनकी शादी हुई थी। परिवार में मां, पत्नी और छोटा भाई है। दो बहनों की शादी हो चुकी है। पिता का निधन हो चुका है
जम्मू-कश्मीर के रियासी आतंकी हमले में घायल हुए मेरठ के प्रदीप कुमार ने घटना की आंखों देखी बताई है। उन्होंने कहा कि भगवान का शुक्र है कि हमले के बाद हमारी बस खाई में गिर गई। अगर बस खाई में नहीं गिरती तो आतंकी हम सभी को मार डालते। बस खाई में गिरने के बाद भी आतंकी गोली चला रहे थे। जब तक सभी यात्रियों की चीख बंद नहीं हुई, तब तक गोलीबारी जारी रही।
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