आगरा में रेप पीड़िता की समझदारी से एक कथावाचक बाबा जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गया। लड़की बार-बार पुलिस से बाबा की शिकायत कर रही थी, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। इस पर वह कोर्ट पहुंची। वहां उसने सबूत के तौर पर आरोपी बाबा की नोची हुई दाढ़ी पेश की।
इसके बाद कोर्ट ने मुकदमा दर्ज कर बाबा को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। बुधवार रात पुलिस ने कथावाचक मारुति उर्फ आरोग्येश्वरानंद को गिरफ्तार कर लिया। मामला थाना ट्रांस यमुना थाना क्षेत्र का है।
यह मामला करीब 7 महीने पुराना है। वृंदावन का रहने वाला बाबा मारुति के पास बड़ी संख्या में लोग कथा सुनने आते हैं। इन्हीं लोगों में उसकी ट्रांस यमुना की एक कॉलोनी में रहने वाली एक शिष्या भी शामिल है। शिष्या एक दिव्यांग महिला के यहां अपने भाई के साथ किराए पर रहती है। दिव्यांग महिला ने खर्च चलाने के लिए घर का कुछ हिस्सा किराए पर दे रखा है।
28 नवंबर, 2023 को बाबा मारुति अपनी शिष्या से मिलने उसके घर आया था। शिष्या ने बाबा को रात में अपने घर पर ही रोक लिया। रात में शिष्या का पति शराब पीकर घर आ गया। इस पर उसने दिव्यांग महिला के कमरे में बाबा को रुकवा दिया।
दिव्यांग महिला का कहना है- उसी रात बाबा ने मेरे साथ रेप किया। इसके बाद रात करीब 3 बजे मैंने इसकी शिकायत किराएदार शिष्या से की, तो उसने बदनामी का डर दिखाकर मुझे चुप करा दिया। उसने कहा कि इस बारे में किसी से कुछ नहीं बताना। बाबा बहुत ताकतवर है, वह तुम्हें जीने नहीं देगा।
कहा- ब्लैकमेल करता था बाबा
दिव्यांग महिला का कहना है- उस रात के बाद बाबा मुझे धमकी देने लगा कि मेरा अश्लील वीडियो उसके पास है। उसे वह वायरल कर देगा। बाबा ने मुझे कई बार गुरुद्वारे के पास एक हवेली में बुलाया। वहां भी उसने मेरे साथ रेप किया।
मैंने बाबा से अपने वीडियो दिखाने को कहा, लेकिन उसने वीडियो नहीं दिखाए। इसके बाद मैंने पुलिस में शिकायत की, लेकिन मेरा मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। इसी बीच वह शिष्या मेरा मकान खाली करके कहीं और चली गई।
पंचायत ने दी बाबा को 5 जूते मारने की सजा
पीड़िता का कहना है- मैंने जब थाने पर शिकायत की, तो यह मामला पंचायत तक पहुंच गया। इसके बाद बाबा और उसके समर्थकों ने मुझ पर राजीनामा करने के लिए दबाव बनाया। इसको लेकर पंचायत भी हुई। पंचायत में मुझे संतुष्ट करने के लिए बाबा को पांच जूते मारने की सजा सुनाई। इसके बाद बाबा ने फिर से वीडियो वायरल करने की धमकी दी।
मैंने कई बार थाने के चक्कर लगाए, लेकिन पुलिसकर्मी मेरी कोई सुनवाई नहीं करते थे। इसके बाद मैंने न्याय पाने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने मेरे पक्ष में आदेश भी दिया। लेकिन, कोर्ट के आदेश के बाद भी मुझे FIR दर्ज कराने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
रिपोर्ट दर्ज करने के नाम पर मुझसे रुपए की मांग की गई। इतना ही नहीं, FIR दर्ज होने के बाद भी बाबा ने मुझ पर समझौता करने का दबाव बनाया। मैं बाबा की गिरफ्तारी के लिए हर दिन थाने के चक्कर लगाती थी।
मेरे मोहल्ले में बाबा के कई अनुयायी रहते हैं
पीड़िता ने बताया- मैं जहां रहती हूं, वहां पर बाबा के कई अनुयायी हैं। उन्होंने बाबा से दीक्षा ली है। वो लोग बाबा पर आंख बंद करके विश्वास करते हैं। जब मेरे साथ यह घटना हुई, तो मुझसे यही कहा गया कि तुम्हारी बात पर कोई यकीन नहीं करेगा। बाबा पर सब लोग विश्वास करते हैं।
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