उदयपुर कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल की ने शुक्रवार को रात्रि चौपाल गोगुंदा में की। सुनवाई में ग्रामीण ने कहा- जल जीवन मिशन वालों ने हमारी सड़कें तोड़ दी। आधा-अधूरा काम कर निकल गए। गांव वाले बोले कि कह-कहकर थक गए लेकिन हमारी समस्याओं का समाधान ही नहीं हो पाया।
सीसी सड़क को ठीक नहीं किया
काछबा पंचायत वालों ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत हुए कार्य में उनकी पंचायत के काछबा, फुलमगरा, भाट गांव में जहां पाइप लाइन डाली है वहां उखेड़ी सीसी सड़क को वापस ठीक तक नहीं किया है। गांव वालों के रास्ते बाधित हो गए हैं। सरपंच अंबालाल बताते हैं कि गांव वाले आए दिन उनको कहते हैं और वे जल जीवन मिशन वालों को लेकिन सुनवाई नहीं हुई है।
कलेक्टर ने मरम्मत कराने की बात कही
सरपंच ने बताया कि मिशन की इस योजना से उनकी पंचायत के कुछ गांवों को तो जोड़ा ही नहीं और यह कहा जाता है कि उनकी स्वीकृति ही नहीं मिली तो कैसे जोड़े। इसमें देवड़ा का गुड़ा, मोजावतों का गुड़ा आदि शामिल हैं। इस पर कलेक्टर ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से जवाब-तलब करते हुए जल्द से जल्द सड़कों की मरम्मत कराने को कहा।
गोगुंदा विधायक प्रताप गमेती ने कहा कि गोगुन्दा अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध है लेकिन सोनोलॉजिस्ट नहीं होने से क्षेत्रवासियों का इस मशीन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने अस्पताल में पर्याप्त सुविधाएं और स्टाफ नहीं होने तथा निजी अस्पतालों में जाने को मजबूर होने की भी समस्याएं बताई।
बंद सभागार की जगह खुले में हो चौपाल
बैठक में मलेरिया के केस बढ़ने को लेकर भी चिंता जताई गई। इस पर कलेक्टर ने कहा कि आमजन साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखे और चिकित्सा विभाग भी पूरी निगरानी रखते हुए लोगों को जागरूक भी करें। चौपाल में गोगुन्दा उपखण्ड अधिकारी नरेश सोनी, तहसीलदार ओमसिंह लखावत, विकास अधिकारी देवेंद्र कंचन सहित कई विभागों के जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। पूर्व पंचायत समिति सदस्य बीएस राव ने कहा कि चौपाल खुले में होनी चाहिए, इस तरह सभागार में नहीं। उन्होंने बैठक में ही कहा कि आगे चौपाल खुले में हो।
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