फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद मुस्तफा ने PM मोदी को खत लिखा है। इसके जरिए उन्होंने बतौर ग्लोबल लीडर भारत गाजा में चल रहे नरसंहार को खत्म करने में अहम भूमिका निभा सकता है। यह जरूरी है कि भारत गाजा में तुरंत सीजफायर के लिए सभी डिप्लोमैटिक चैनल का इस्तेमाल करे।
फिलिस्तीनी PM ने कहा, "भारत को गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने में मदद के अलावा अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर फिलिस्तीनियों की सुरक्षा और उन पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की जरूरत है। भारत ने फिलिस्तीनी लोगों के अधिकारों के प्रति लगातार अपना योगदान दिया है।"
भारत ने हमेशा कहा है कि किसी भी टकराव में अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन किया जाना जरूरी है। फिलिस्तीन के PM मुस्तफा ने अपने खत में PM मोदी को तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से मानवाधिकारों और शांति का समर्थक रहा है।
मुस्तफा ने PM मोदी को समर्थन और एकजुटता के लिए भी धन्यवाद दिया। भारत ने पिछले साल UN महासभा में रखे गए सीजफायर प्रस्ताव का समर्थन किया था। इसके कुछ दिनों बाद ही PM मोदी ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि भारत अरब वर्ल्ड में जल्द अमन बहाली चाहता है।
बातचीत के बाद मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा था- इजराइली प्रधानमंत्री से अच्छी बातचीत हुई। हमने समुद्री सुरक्षा पर भी विचार किया। मैंने उन्हें अरब वर्ल्ड में अमन और मानवीय मदद के बारे में भारत का नजरिया बताया। इसके अलावा भारत ने अलग-अलग मौकों पर इजराइल और हमास की जंग में आम नागरिकों की मौत का विरोध किया है।
PM मोदी ने 7 अक्टूबर को इजराइल में आतंकी हमलों की निंदा की थी
पिछले साल नवंबर में हुए वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ के दूसरे समिट में PM मोदी ने कहा था कि भारत ने पहले भी 7 अक्टूबर को हुए आतंकी हमले की निंदा की थी। हमने हमेशा बातचीत और कूटनीति से मामले सुलझाने पर जो दिया है। हम इजराइल-हमास की लड़ाई में नागरिकों की मौत होने की निंदा करते हैं।
वहीं मार्च में भारत के NSA अजीत डोभाल ने इजराइल का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने PM नेतन्याहू से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों के बीच इजराइली बंधकों की रिहाई और दाजा में मानवीय मदद पहुंचाने पर बातचीत हुई थी।
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