नई दिल्ली: इस वर्ष चारधाम यात्रा की शुरुआत 10 मई से होने जा रही है. हर वर्ष की भ्रांति इस वर्ष भी चारधाम यात्रा के श्रद्धालुओं में उत्साह नजर आ रहा है. चार धाम जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश में आज शाम 7 बजे तक पंजीकरण होंगे. ऑफलाइन पंजीकरण के लिए छह काउंटर बनाए गए हैं.
इन काउंटरों पर बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री धाम के लिए 500-500 यात्रियों की बुकिंग के लिए पंजीकरण किए जाएंगे. उत्तराखंड में 10 मई से चारधाम यात्रा गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हो जाएगी. वैसे तो उत्तराखंड सरकार की ओर से चारधाम यात्रियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा दी गई है.
जिससे उत्तराखंड में यात्रा करने वाले श्रद्धालु घर बैठे ही पंजीकरण करा रहे हैं, लेकिन प्रदेश में प्रवेश करने वाले यात्रियों को भी जगह-जगह ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा दी जा रही है.
ऐसे पहुंचे यमुनोत्री और गंगोत्री धाम:
चलो अब आपको बताते है कि यमुनोत्री और गंगोत्री धाम कैसे पहुंचे. चार धाम यात्रा के प्रथम पड़ाव यमुनोत्री (Yamunotri Yatra) तक पहुंचने के लिए आपको जानकी चट्टी की यात्रा करनी होगी, जो कि ऋषिकेश (Rishikesh) से सड़क मार्ग से लगभग 220 किलोमीटर दूर है. यहां तक पहुंचने के के लिए आपको बस और टैक्सियां उपलब्ध हो जाएगी. यहां से आपको यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) के लिए 5 किलोमीटर तक की पैदल यात्रा करनी पडेगी. यदि आपको पैदल चलने में परेशानी है, तो आप पोनी और डोली सेवाएं भी ले सकते है. गंगोत्री (Gangotri) सड़क मार्ग से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. ऋषिकेश से गंगोत्री लगभग 270 किमी है और बस और टैक्सी बुक कर सकते हैं जो ऋषिकेश (Rishikesh) और हरिद्वार से आसानी से उपलब्ध हैं.
ऐसे पहुंचे केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम:
चलो अब आपको बताते है कि केदारनाथ (Kedarnath Dham)और बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) कैसे पहुंचा जाएं. चारधाम (Chardham Yatra) की यात्रा के लिए आपको हरिद्वार या ऋषिकेश (Rishikesh) पहुंचना होगा. देहरादून में जॉली ग्रांट हवाई अड्डा ऋषिकेश (Rishikesh) से लगभग 20 किलोमीटर है. ये हवाई अड्डा भारत के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा है. केदारनाथ पहुंचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश (Rishikesh) या हरिद्वार है. ऋषिकेश या हरिद्वार से श्रद्धालु बस और टैक्सियों के द्वारा आगे जा सकते हैं. हरिद्वार और ऋषिकेश से केदारनाथ (Kedarnath Dham) से पहले अंतिम सड़क पड़ाव गौरीकुंड तक टैक्सी सेवा भी उपलब्ध है. श्रद्धालु टैक्सी से भी जा सकते हैं. गौरीकुंड से 17 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी होगी, यदि आपको चलने में परेशानी है, तो आप टट्टू, डोली (पालकी) और हेलीकॉप्टर शटल की सेवाएं ले सकते है, जो आपको केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) पहुंचा देगी. इसी तरह आप बद्रीनाथ (Badrinath Dham) भी पहुंच सकते हैं. बद्रीनाथ (Badrinath Dham) के लिए ऋषिकेश और हरिद्वार से बस और टैक्सियां मिल जाएगी. बद्रीनाथ ऋषिकेश से लगभग 300 किलोमीटर और हरिद्वार से 320 किलोमीटर दूर है.
ऐसे करवाएं ऑनलाइन चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन:
चार धाम यात्रा Chardham Yatra 2024 के लिए अगर आपको रजिस्ट्रेशन करना है तो आपको उत्तराखंड सरकार की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाना होगा. इसके बाद आपको अपने मोबाइल नंबर और तमाम जानकारी के साथ रजिस्टर करना होगा. रजिस्टर करने के बाद आपको आगे का प्रोसेस फॉलो कर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा. अगर आप वेबसाइट पर नहीं जाना चाहते हैं तो आप व्हॉट्सऐप नंबर 8394833833 से भी अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. अब क्योंकि रजिस्ट्रेशन खुलते ही लाखों लोग अपना नाम चार धाम यात्रा के लिए दे चुके हैं, ऐसे में आप भी कपाट खुलने से पहले ही अपना रजिस्ट्रेशन करवा लीजिए.
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