कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने एक इंटरव्यू के दौरान बाड़मेर से कांग्रेस उम्मीदवार उम्मेदाराम बेनीवाल को गठबंधन उम्मीदवार बता दिया। इसकी अब सियासी हलकों में चर्चाएं हो रही हैं। पायलट ने कहा- बाड़मेर में त्रिकोणीय संघर्ष था। भाजपा तीसरे नंबर पर रहेगी या जमानत जब्त हो सकती है। बाड़मेर से उम्मेदाराम बेनीवाल चुनाव जीतेंगे। बाड़मेर सीट भी हमें गठबंधन में मिली। वो हमारी पार्टी के नहीं हैं, लेकिन हम सबने जी जान से प्रचार किया। वो अच्छे बहुमत से जीतकर आएंगे।
पायलट ने रविंद्र भाटी पर कहा- रविंद्र नौजवान व्यक्ति हैं। दिसंबर के महीने में विधायक चुनकर आए थे। फिर लोकसभा चुनाव लड़ा है। उन्होंने ताकत से चुनाव लड़ा है, लेकिन लोग जानते हैं कि देश में सरकार बनानी है, व्यक्तिगत लाइकिंग-डिसलाइकिंग का मुद्दा नहीं है। सरकार बनाने के लिए कौन ज्यादा महत्वपूर्ण साबित होगा, लोग यह देखकर वोट डालते हैं।
चुनाव हारने के बाद भी एक्टिव रहे
पायलट ने कहा- हम चुनाव हारने के बाद भी एक्टिव रहे। हमने गठबंधन किया। सीकर में कामरेड अमराराम गठबंधन उम्मीदवार थे। कॉमरेड अमरराराम हमारे उम्मीदवार के सामने विधानसभा चुनाव लड़े थे, मैं खुद विधानसभा चुनाव में उनके खिलाफ प्रचार करके आया था। अमराराम ने हमारे उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ा। 3 महीने बाद मैं उनके लिए वोट मांग रहा हूं, क्योंकि हमने बीजेपी को मात देने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर समझौता किया है। लोग कहते थे कि कम्युनिस्ट उम्मीदवार को कांग्रेस का वोट कैसे ट्रांसफर होगा, लेकिन हमने सबको साथ लेकर जनता से अपील की और लोगों ने एकजुट होकर वोट दिए, सीकर से अमराराम जीतेंगे।
राजस्थान में बीजेपी से ज्यादा सीटें जीतेगी कांग्रेस
पायलट ने कहा- ग्रामीण क्षेत्र के लोग मन बना लेते हैं तो फिर पलटते नहीं। किसान और सभी वर्ग इस बार कांग्रेस के साथ है। इस बार राजस्थान में कांग्रेस बीजेपी से ज्यादा सीटें जीतेगी। लोग बदलाव चाह रहे हैं। इस बार कांग्रेस को अप्रत्याशित बढ़त मिलेगी।
खुद के चुनाव नहीं लड़ने पर बोले पायलट- पार्टी ने जो कहा वही कर रहा हूं
खुद लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने के सवाल पर पायलट ने कहा- पार्टी तय करती है कि कौन लड़ेगा कौन नहीं। पार्टी ने मुझे छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी दी है। हमें सब उम्मीदवारों को जिताना है। सारे उम्मीदवार ही मेरे हैं। पार्टी फैसला करती है कौन क्या काम करेगा? पहले मुझे पार्टी ने 2014 में लोकसभा लड़ने को कहा तो लड़ा। 2018 में पार्टी ने विधायक का चुनाव लड़ने का आदेश दिया। पार्टी ने जब-जब जो जिम्मेदारी दी उसे निभाया और आगे भी निभाएंगे। इस बार पार्टी ने जो कहा वह कर रहा हूं। इस बार पार्टी ने जो फैसला किया वह सिर माथे है।
राजस्थान के लोगों से अटूट रिश्ता
खुद के सीएम बनने के सवाल पर पायलट ने कहा- 2028 में कौन किस पद पर होगा, क्या हालात बनेंगे, इतना कह सकता हूं कि मेरा राजस्थान के लोगों के साथ और पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ जो रिश्ता है वह अटूट है, उसे न तो कोई कम कर सकता और न कोई बाधा बन सकता है और न मैं बाधा बनने दूंगा। लोगों के बीच में रहकर काम करना हमारे परिवार की चार दशक पुरानी परंपरा है। वो तो रहेगा, बाकी चुनाव बाद क्या रहेगा यह देखा जाएगा। पार्टी के लिए काम करेंगे।
राजस्थान सहित तीन राज्यों में जीतते तो बेहतर माहौल बनता
पायलट ने कहा- हमें अलग-अलग राज्यों में चुनाव जीतना है। हम राजस्थान सहित तीन राज्य हार गए। हम इन तीन राज्यों में चुनाव जीतते तो कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को बल मिलता और बेहतर माहौल बन जाता।
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