18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो गया है। सबसे पहले सदन में राष्ट्रगान हुआ, उसके बाद पिछले सदन के दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद पीएम मोदी ने लोकसभा सदस्य की शपथ ली। मोदी के बाद उनकी कैबिनेट के लोकसभा सांसद शपथ ले रहे हैं।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का नाम जब शपथ के लिए बुलाया गया तो विपक्ष ने NEET-NEET, शेम-शेम बोलना शुरू कर दिया। विपक्ष NEET पेपर धांधली में उनके इस्तीफे की भी मांग कर चुका है।
सत्र शुरू होने से पहले संसद पहुंचे PM मोदी ने कहा- देश चलाने के लिए सबकी सहमति जरूरी है। हम सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं। संविधान की मर्यादाओं का पालन करते हुए देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं। देश को एक जिम्मदार विपक्ष की जरूरत है।
संसद में आज और कल नए सांसद शपथ लेंगे। इससे पहले भाजपा सांसद भर्तुहरि महताब को सोमवार सुबह 10 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू राष्ट्रपति भवन में मौजूद थे।
श्रीपाद नाईक और दुर्गादास उईके ने संस्कृत में शपथ ली
मोदी सरकार के दो मंत्रियों ने संस्कृत में शपथ ली। संस्कृत में शपथ लेने वाले श्रीपाद नाईक गोवा से और दुर्गादास उईके मध्य प्रदेश के बैतूल से सांसद हैं।
प्रोटेम स्पीकर के पैनल में शामिल 3 विपक्षी सांसद नहीं आए
प्रोटेम स्पीकर भर्तुहरि महताब के साथ पैनल में शामिल 3 विपक्षी सांसद- सुरेश कोडिकुन्निल (कांग्रेस), थलिक्कोट्टई राजुथेवर बालू (DMK), सुदीप बंदोपाध्याय (TMC) संसद में उपस्थित नहीं हुए। ये सांसद प्रोटेम स्पीकर भर्तुहरि महताब का विरोध कर रहे हैं। इनका कहना है कि सरकार ने नियमों को दरकिनार कर प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। नियम के मुताबिक, कांग्रेस के के. सुरेश 8 बार के सांसद हैं, इसलिए प्रोटेम स्पीकर उन्हें बनाना चाहिए था। महताब 7 बार के सांसद हैं।
पीएम बोले- देश को जिम्मेदार विपक्ष की जरूरत
पीएम मोदी ने कहा- देश को एक अच्छे और जिम्मेदार विपक्ष की आवश्यकता है। जो सांसद जीतकर आए हैं, वो लोगों की उम्मीदों को पूरा करेंगे। 25 करोड़ नागरिकों का गरीबी से बाहर निकलना, ये विश्वास पैदा करता है कि हम भारत को गरीबी से मुक्त करने में जल्द सफलता हासिल करेंगे।
मोदी बोले- तीसरे कार्यकाल में तीन गुना ज्यादा मेहनत करेंगे
हमारे तीसरे कार्यकाल में पहले से तीन गुना ज्यादा मेहनत करेंगे। हम परिणामों को तीन गुना ज्यादा लाकर रहेंगे। सांसदों से भी देश को बहुत अपेक्षाएं हैं। सांसदों से अनुरोध करूंगा कि देशहित में इसका उपयोग करें। हर संभव कदम जनहित में उठाएं। देश की जनता विपक्ष से अच्छे कदमों की अपेक्षा रखती है। अब तक जो निराशा मिली है, विपक्ष इस बार खरा उतरेगा।
मोदी बोले- देश चलाने के लिए सबकी सहमति जरूरी
देश चलाने के लिए सबकी सहमति जरूरी है। हम सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं। संविधान की मर्यादाओं का पालन करते हुए देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं। यह खुशी की बात है कि सदन में युवा सांसदों की संख्या अच्छी है। हमारे यहां 18 अंक का बहुत सात्विक मूल्य है। गीता के 18 अध्याय हैं। पुराण और उप पुराणों की संख्या भी 18 है। 18 का मूलांक 9 है, जो पूर्णांक है।
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