जयपुर में बिजनेसमैन के बेटे को बंधक बनाकर 75 लाख रुपए लूटने के मामले में पुलिस ने 6 घंटे में ही खुलासा कर दिया है। बिजनेसमैन के 17 साल के बेटे और भांजे ने मिलकर लूट की झूठी कहानी रची थी। पुलिस ने भांजे के फ्लैट से 75 लाख रुपए भी बरामद कर लिए गए हैं।
साथ में 5 लाख रुपए भी मिले हैं। जानकारी के अनुसार दोनों को ऑनलाइन जुआ खेलने की लत है। लग्जरी लाइफस्टाइल के लिए भी उन्हें पैसे चाहिए थे। मामला विधायकपुरी थाना इलाके का है। पुलिस ने वारदातस्थल के आस-पास लगे CCTV फुटेज खंगाले तो पूरी घटना सामने आ गई।
पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसफ ने बताया कि गोपालबाड़ी विधायकपुरी में गोपाल टावर अपार्टमेंट के चौथे फ्लोर पर शराब और प्रॉपर्टी कारोबारी संतोष पूनिया का फ्लैट नंबर-403 है। मंगलवार शाम को व्यापारी के फ्लैट पर उनका 12वीं क्लास में पढ़ने वाला बेटा ही मौजूद था। नाबालिग ने ममेरे भाई के साथ मिलकर जो साजिश रची उसके तहत शाम करीब 5 बजे लूट के मकसद से तीन बदमाश फ्लैट पर पहुंचे और बेल बजाई थी। इस पर गेट खोला था।
गेट खोलते ही तीनों बदमाश हथियार दिखाकर अंदर घुस गए और गोली मारने की धमकी देकर रुपए के बारे में पूछा था। इसके बाद बदमाशों ने अलमारी और तिजोरी में रखे 75 लाख रुपए एक बैग में रख लिए थे।
बदमाशों ने बालकनी से बैग को नीचे फेंक दिया और सीढ़ियों से दौड़कर नीचे उतर गए थे। कुछ दूरी पर खड़ी अल्टो कार में तीनों बदमाश रुपयों से भरा बैग डालकर फरार हो गए थे। शराब कारोबारी के बेटे ने पुलिस कंट्रोल रूम में लूट की सूचना दी थी।
सीसीटीवी में युवक कैब से आता नजर आया
पुलिस ने टावर में सिढ़ियों और लिफ्ट के पास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले तो एक युवक कार से शाम 5 बजे बैग लटका कर आता है और लिफ्ट से ट्रॉली बैग लेकर आराम से चला जाता है। इस पर पुलिस को शक हुआ तो फ्लैट मालिक के नाबालिग बेटे से पूछताछ की गई तो मामले का खुलासा हो गया। सामने आया कि कारोबारी के साले का लड़का प्रिंस (21) ही रुपए से भरी ट्रॉली बैग को लेकर गया था। इसके बाद फ्लैट मालिक के नाबालिग बेटे पर शक की सुई घूम गई।
प्रिंस गंगानगर का रहने वाला है और निर्माण नगर में एक फ्लैट में रहता है। उसने अपने मामा संतोष पूनिया काे शाम 4.30 कॉल कर कहा कि वह दाेस्तों के साथ श्रीनगर घूमने जा रहा है। इसके लिए ट्रॉली बैग की जरूरत है। तब संतोष पूनिया ने फ्लैट से ट्रॉली बैग लेकर आने के लिए कह दिया। प्रिंस कैब से 5 बजे फ्लैट पर पहुंच गया। लिफ्ट से चाैथी मंजिल पर पहुंचा। इसके बाद लिफ्ट से ही ट्रॉली बैग लेकर वापस चला गया।
परिवार एफआईआर नहीं दर्ज करवाई
नाबालिग ने पूछताछ में बताया कि लूट की कहानी मनगढ़ंत थी। दोनों लड़कों लग्जरी लाइफ का आनंद लेते थे और कथित तौर पर ऑनलाइन जुआ खेलते थे, इसलिए उन्हें पैसों की जरूरत थी। नाबालिग के भाई ने स्वीकार किया कि उसने पैसे एक अन्य रिश्तेदार को दिए थे जो साजिश से अनजान था। पैसे एक रिश्तेदार के पास रखे, जो साजिश के बारे में कुछ नहीं जानता था। पता चला है कि आरोपी नाबालिग ने कई दिन पहले इसकी प्लानिंग की थी। मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, क्योंकि परिवार ने एफआईआर दर्ज नहीं करवाई है।
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