जयपुर में बिजनेसमैन के बेटे को बंधक बनाकर 1.17 करोड़ रुपए लूट लिए गए। सोमवार शाम 5 बजे पुलिस को यह सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची। बिजनेसमैन का बेटा बोल रहा था- बदमाश हथियारों के साथ आए और लूट कर भाग निकले। पुलिस ने जैसे ही जांच शुरू की तो 2 घंटे में ही ऐसे 5 सबूत मिले, जिससे समझ आ गया कि पूरा मामला फर्जी है।
इसके बाद बिजनेसमैन के नाबालिग बेटे ने ही झूठी कहानी बनाने की बात कबूल ली। साथ ही फ्लैट से रुपए लेकर गए उसकी बुआ के बेटे (फुफेरे भाई) को भी पकड़ लिया गया।
सबसे पहले पढ़िए नाबालिग ने क्या कहानी बनाई
सोमवार शाम करीब 5 बजे लूट के मकसद से तीन बदमाश फ्लैट पर पहुंचे और बेल बजाई। मैंने गेट खोला। गेट खोलते ही तीनों बदमाश हथियार दिखाकर अंदर घुस गए और गोली मारने की धमकी देकर रुपए के बारे में पूछा। इसके बाद बदमाशों ने अलमारी और तिजोरी में रखे 75 लाख (जो असल में 1.17 करोड़ थे) रुपए एक बैग में भर लिए। बदमाशों ने बालकनी से बैग को नीचे फेंक दिया और सीढ़ियों से दौड़कर नीचे उतर गए।
दरअसल, नाबालिग को भी नहीं पता था कि बैग में कुल कितने रुपए हैं।
विधायकपुरी थाना इलाके के एक अपार्टमेंट में शराब और प्रॉपर्टी कारोबारी के फ्लैट में लूट की सूचना पर सोमवार शाम करीब 5:30 बजे डीसीपी साउथ दिगंत आनंद अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। डीसीपी दिगंत आनंद के साथ डीसीपी साउथ की डीएसडी और सीएसटी की टीम मौके पर पहुंची।
सबूत 1- बैग फेंकने की बात झूठी निकली
डीसीपी दिगंत आनंद ने बताया- जब पुलिस ने बच्चे से पूछा- क्या हुआ तो उसने बताया कि तीन बदमाश आए, फिर पिस्टल दिखाई। अलमारी में रखे 75 लाख रुपए एक सूटकेस में डाले। बालकनी की ओर गए और बैग को नीचे फेंक दिया। इसके बाद तीनों बदमाश मुझे धमकाते हुए निकल गए।
पुलिस ने एक बैग को चौथी मंजिल से नीचे फेंका। बैग के नीचे गिरते ही 20 से अधिक लोग एकत्रित हो गए। हर किसी ने पुलिस को बताया- ऐसी कोई आवाज आई ही नहीं। इतनी तेज आवाज सुनकर तो सभी बाहर निकल गए होते। बच्चे की कहानी झूठी निकली।
सबूत 2- सीसीटीवी कैमरे में कोई आता जाता नहीं दिखा
लिफ्ट, बालकनी, सीढ़ियों और पोर्च में लगे हुए सीसीटीवी कैमरे खंगाले। पुलिस को कोई संदिग्ध व्यक्ति नहीं मिला। पुलिस को साफ हो गया कि लिफ्ट से कोई नहीं आया, न ही कोई गया। पुलिस को लगा कि सीढ़ियों के रास्ते कोई आ और जा सकता था। इस पर हर माले पर लगे सीसीटीवी फुटेज चेक किए। कोई दिखाई नहीं दिया। पुलिस ने दो घंटे पहले तक के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन कुछ नहीं मिला।
सबूत 3- मोबाइल से गायब मिली सभी प्रकार की चैट
पूछताछ के दौरान पुलिस ने नाबालिग के मोबाइल फोन की जांच की। पता चला कि मोबाइल फोन में सुबह 9 बजे के बाद की सभी चैट डिलीट हैं। इस पर बच्चे से बड़े प्यार से पूछा। उसने बताया- मोबाइल को रिफ्रेश किया था। इससे चैट हट गईं। मोबाइल को चेक किया तो पता चला रिफ्रेश नहीं हुआ था। केवल चैट डिलीट की गई थी।
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