नीट पेपर लीक मामले की जांच कर रही CBI ने गुरुवार को अपने स्तर पर पहली गिरफ्तारी की है। CBI ने मनीष प्रकाश को पूछताछ के लिए बुलाया था और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया। CBI ने गिरफ्तारी की आधिकारिक सूचना मनीष की पत्नी को फोन पर दी।
पेपर लीक में मनीष प्रकाश की अहम भूमिका मानी जा रही है। मनीष ने ही पटना के प्ले एंड लर्न स्कूल को रात भर के बुक कराया था। जहां 20 से 25 कैंडिडेट्स को इकट्ठा करके आंसर रटवाया गया। इसी स्कूल से मिले जले हुए प्रश्नपत्र जांच का आधार बने।
NEET पेपर लीक की जांच कर रही CBI की टीम झारखंड में हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक को एक बार फिर स्कूल लेकर गई। मड़ई रोड स्थित स्कूल में 2 घंटे पूछताछ के बाद टीम प्रिंसिपल को लेकर वापस चरही स्थित सीसीएल गेस्ट हाउस लेकर पहुंची।
नीट पेपर लीक को लेकर जो जानकारी सामने आ रही है वह यह है कि 3 मई को क्वेश्चन ब्लू डार्ट के हजारीबाग नूतन नगर सेंटर से बैंक ले जाने की बजाय पहले ओएसिस स्कूल लाया गया था। इसके बाद यहां से बैंक भेजा गया।
ऐसे में संदेह का दायरा बढ़ रहा है कि क्वेश्चन पेपर का पैकेट खोलने का खेल स्कूल में ही हुआ है। हांलाकि इस जानकारी पर CBI की ओर से कोई कमेंट नहीं आया है। आज जब स्कूल में पूछताछ चल रही थी तब FSL की टीम को भी बुलाया गया। टीम ने भी कुछ सबूत इकट्ठे किए हैं।
एक अन्य जानकारी यूजीसी नेट से भी जुड़ी है जो इसी स्कूल की है। यूजीसी नेट परीक्षा भी इसी सेंटर पर हुई थी। ऐसे में कहा जा रहा है कि इसी स्कूल से उसके प्रश्नपत्र लीक होने का शक भी है।आज टीम ने स्कूल के वाइस प्रिंसिपल सह सेंटर सुपरिंटेंडेंट इम्तियाज आलम का एक मोबाइल और लैपटॉप जब्त किया है।
एजेंसी को शक है कि ओएसिस स्कूल से ही पेपर लीक किया गया है। CBI की टीम ने 8 लोगों को पकड़ा है, इन सभी से पूछताछ जारी है।
इधर, दोपहर 1 बजे CBI की टीम पटना की बेऊर जेल पहुंची। जहां आरोपी चिंटू और मुकेश का मेडिकल कराया और दोनों 8 दिन की रिमांड पर लिया। बताया जा रहा है कि टीम दोनों को अलग-अलग लोकेशन पर ले जाकर पूछताछ करेगी।
चिंटू NEET पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का रिश्तेदार है। दावा है कि चिंटू के मोबाइल पर ही पेपर आया था। जबकि मुकेश गाड़ी से कैंडिडेट्स को उस स्कूल में ले गया था, जहां सवालों के जवाब रटवाए गए थे।
इन तीन सवालों में उलझे स्कूल प्रिंसिपल
पहले यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि CBI की टीम प्रिंसिपल को कोर्ट लेकर जाएगी। लेकिन वह उन्हें सीधा स्कूल लेकर गई। जहां दोबारा पूछताछ की जा रही है। और सबूत खंगाले जा रहे हैं। सात सदस्यों की टीम उन्हें दो गाड़ी से लेकर ओएसिस स्कूल पहुंची है। रात में पूछताछ के दौरान प्रिंसिपल से CBI को कुछ अहम सुराग मिले हैं जो स्कूल में है। उसी की पुष्टि के लिए टीम ओएसिस स्कूल पहुंची है।
6 राज्यों में चल रही है CBI की जांच
CBI 6 राज्य बिहार, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और यूपी में पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपियों के आपस में संबंधों की पड़ताल कर रही है। जिससे मास्टरमाइंड का पता चल सके। CBI को शक है कि लीक मामले में विभिन्न राज्यों में गिरफ्तार आरोपी केवल कांट्रैक्टर हैं, असली अपराधी कोई और है।
राज्यों में कांट्रैक्टर के माध्यम से पेपर स्टूडेंट्स तक पहुंचा था। लीक से जुड़े पुराने अपराधियों से भी पूछताछ होगी। वह पुराने आरोपियों के रिकार्ड को निकाल रही है।
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