NEET पेपर लीक मामले में CBI ने गुरुवार को 2 आरोपी मनीष प्रकाश और आशुतोष को पटना से गिरफ्तार किया। दोनों ने ही पटना के प्ले एंड लर्न स्कूल को रात भर के लिए बुक कराया था। इसी स्कूल में 20 से 25 कैंडिडेट्स को इकट्ठा करके आंसर रटवाया गया। यहीं जली बुकलेट के टुकड़े मिले थे।
केंद्रीय जांच एजेंसी पिछले दो दिन से 11 लोगों से पूछताछ कर रही है। CBI ने बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) से 26 जून को यह केस अपने हाथ में लिया था। अब तक 5 राज्यों में पुलिस ने 27 से ज्यादा गिरफ्तारियां की हैं।
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क्वेश्चन पेपर पहले स्कूल ले जाया गया, फिर बैंक ले गए
सीबीआई और पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 3 मई को क्वेश्चन पेपर कूरियर एजेंसी ब्लू डार्ट के हजारीबाग नूतन नगर सेंटर से बैंक ले जाने की बजाय पहले ओएसिस स्कूल लाया गया था। इसके बाद यहां से बैंक भेजा गया।
ऐसे में संदेह का दायरा बढ़ रहा है कि क्वेश्चन पेपर का पैकेट खोलने का खेल स्कूल में ही हुआ है। हालांकि इस जानकारी पर CBI की ओर से कोई कमेंट नहीं आया है। आज जब स्कूल में पूछताछ चल रही थी, तब FSL की टीम को भी बुलाया गया। टीम ने भी कुछ सबूत इकट्ठे किए हैं।
एक अन्य जानकारी यूजीसी नेट से भी जुड़ी है जो इसी स्कूल की है। यूजीसी नेट परीक्षा भी इसी सेंटर पर हुई थी। ऐसे में कहा जा रहा है कि इसी स्कूल से उसके प्रश्नपत्र लीक होने का शक भी है। आज टीम ने स्कूल के वाइस प्रिंसिपल सह सेंटर सुपरिंटेंडेंट इम्तियाज आलम का एक मोबाइल और लैपटॉप जब्त किया है। एजेंसी को शक है कि ओएसिस स्कूल से ही पेपर लीक किया गया है।
इन 3 सवालों में उलझे स्कूल प्रिंसिपल
पहले यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि CBI की टीम प्रिंसिपल को कोर्ट लेकर जाएगी, लेकिन वह उन्हें सीधा स्कूल लेकर गई। जहां दोबारा पूछताछ की जा रही है। और सबूत खंगाले जा रहे हैं। सात सदस्यों की टीम उन्हें दो गाड़ी से लेकर ओएसिस स्कूल पहुंची है। रात में पूछताछ के दौरान प्रिंसिपल से CBI को कुछ अहम सुराग मिले जो स्कूल में हैं। उसी की पुष्टि के लिए टीम ओएसिस स्कूल पहुंची है।
6 राज्यों में चल रही CBI की जांच
CBI 6 राज्य बिहार, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और यूपी में पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपियों के आपस में संबंधों की पड़ताल कर रही है। जिससे मास्टरमाइंड का पता चल सके। CBI को शक है कि लीक मामले में विभिन्न राज्यों में गिरफ्तार आरोपी केवल कांट्रैक्टर हैं, असली अपराधी कोई और है। राज्यों में कांट्रैक्टर के माध्यम से पेपर स्टूडेंट्स तक पहुंचा था। लीक से जुड़े पुराने अपराधियों से भी पूछताछ होगी। वह पुराने आरोपियों के रिकॉर्ड को निकाल रही है।
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