लीक पेपर बेचकर और डमी अभ्यर्थी बैठाकर भर्ती परीक्षा पास कराने वाले 50 हजार के इनामी हनुमान प्रसाद ने एसओजी की पूछताछ में कई राज खोले हैं। हनुमान ने कबूला है कि 5 साल में 13 विभागों की भर्ती परीक्षाओं में मूल अभ्यर्थी के स्थान पर डमी अभ्यर्थी बैठाकर और लीक पेपर बेचकर 100 से अधिक लाेगाें की नौकरी लगवा दी। इसके लिए वह मूल अभ्यर्थी से 3 से 7 लाख रुपए तक लेता था। उसने टोंक व सवाई माधोपुर जिले में गैंग बना रखी थी। अधिकतर डमी अभ्यर्थी जालोर, सांचौर, पाली व जोधपुर के रहने वाले हैं। परिवार व परिचितों के 27 लाेगाें की भी नौकरी लगवाई है।
एसओजी में एडीजी वीके सिंह ने बताया कि हनुमान प्रसाद (31) निवासी बिलोता अलीगढ़-टोंक सोमवार तक रिमांड पर है। इस पर 9 साल से भर्ती परीक्षाओं में नकल करवाने, भर्ती परीक्षा के लीक पेपर बेचने के 3 मामले दर्ज हैं। उसने क्लर्क भर्ती परीक्षा 2018 में लीक पेपर से परीक्षा पास की थी। वह कोटा में सेटलमेंट डिपार्टमेंट में एलडीसी के पद पर कार्यरत था। उसने अपने भाई सुशील मीणा काे भी क्लर्क भर्ती परीक्षा 2018 में चयन करवाया था। वह वाणिज्यिक विभाग में कार्यरत हैं।
इन भर्ती परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी बैठाकर चयन करवाया
1. एएसआई भर्ती परीक्षा 2021
- अलीगढ़-टोंक के चेतन सिंह मीणा से 15 लाख लेकर सुरेश निवासी सांचौर से जयपुर के झोटवाड़ा स्थित सेंटर पर परीक्षा दिलवाई।
- नरेंद्र कुमार निवासी देवली-टोंक से 4 लाख रुपए लेकर मोहनलाल काे डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा में बैठाया। नरेंद्र कुमार बाद में इंटरव्यू में रह गया था। बताया जा रहा है कि उसने लिखित परीक्षा पास करने के बाद बाकी के रुपए नहीं दिए थे।
- सियाराम निवासी अलीगढ़-टोंक से 3 लाख रुपए लेकर उसके स्थान पर नारायण काे डमी अभ्यर्थी बैठाया। रिटर्न परीक्षा पास कर ली बाद में इंटरव्यू में चयन नहीं हुआ।
2. पटवारी भर्ती परीक्षा-2021
- बहादुर मीणा निवासी सवाई माधोपुर से 3 लाख रुपए लेकर उसके स्थान पर नरेश काे परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बैठाया था। नरेश परीक्षा देते हुए पकड़ा गया था।
- अनुराग मीणा निवासी अलीगढ़-टोंक से 7 लाख रुपए लेकर उसके स्थान पर कोटा में आए सेंटर पर सुरेश काे बैठाया था। अनुराग एपीओ चल रहा है।
3. संगणक भर्ती परीक्षा-2021
- हेमंत मीणा निवासी टों से 5 लाख रुपए लेकर नरेश काे परीक्षा में बैठाया। हेमंत एसडीएम कार्यालय हिंडौली-बूंदी में कार्यरत है।
4. ग्राम विकास अधिकारी भर्ती परीक्षा-2022
- नरेंद्र मीणा निवासी टोंक से 5 लाख लेकर नारायण चौधरी निवासी बाड़मेर काे परीक्षा में बैठाया था।
- महेंद्र मीणा निवासी टोंक से 5 लाख रुपए लेकर उसके स्थान पर महेंद्र चौधरी निवासी बाड़मेर काे डमी अभ्यर्थी के रूप में बैठाया। वह फेल हाे गया ताे 2 लाख लौटा दिए।
5. प्रयोगशाला सहायक भर्ती परीक्षा-2019
- मनराज मीणा निवासी सवाई माधोपुर से 7 लाख रुपए लेकर उसके स्थान पर नरेश निवासी सांचौर काे परीक्षा में डमी बैठाकर चयन करवाया था। मनराज सवाई माधोपुर में एक स्कूल में प्रयोगशाला सहायक है।
- अजमल मीणा निवासी डेकवा-सवाई माधोपुर से 7 लाख रुपए लेकर उसके स्थान पर मोहनलाल निवासी चितलवाना-सांचौर काे डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा में बैठाकर चयन करवाया था। अजमल चौथ का बरवाड़ा स्कूल में नियुक्त है।
6. बिजली विभाग में हेल्पर भर्ती परीक्षा 2019
- मनीष मीणा निवासी बिलोता अलीगढ़-टोंक से 3 लाख लेकर नरेश निवासी चितलवाना काे डमी अभ्यर्थी बैठाया। मनीष सौंप-टोंक में नियुक्त है।
- रिंकू मीणा निवासी उनियारा-टोंक से 3 लाख रुपए लेकर नरेश काे डमी अभ्यर्थी के रूप में बैठाकर चयन करवाया।
- मेघराज मीणा निवासी बोरिफ-सवाई माधोपुर से 3 लाख रुपए लेकर मोहनलाल निवासी धोरीमन्ना बाड़मेर काे डमी अभ्यर्थी के रूप में बैठाकर चयन करवाया था। मेघराज सवाई माधोपुर में नियुक्त है।
7. वन रक्षक भर्ती परीक्षा
- नरेश मीणा निवासी अलीगढ़-टोंक से 7 लाख लेकर राकेश निवासी सांचौर काे परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बैठाया था। नरेश कोटा में नौकरी कर रहा है।
- सुरज्ञान मीणा निवासी अलीगढ़-टोंक से 7 लाख रुपए लेकर राकेश निवासी सांचौर काे परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बैठाया था। सुरज्ञान झालावाड़ में नौकरी कर रहा है।
- बुद्धि प्रकाश निवासी चौथ का बरवाड़ा-सवाई माधोपुर से 7 लाख रुपए लेकर राकेश काे परीक्षा दिलवाई। बाद में बुद्धि प्रकाश फिजिकल परीक्षा में फेल हाे गया था।