प्रयागराज में किराए के कमरे में पढ़ाई करने वाले हर्ष सिंह यह बताते हुए भावुक हो जाते हैं। आशुतोष मौर्य आजमगढ़ से आए हैं। RO/ARO परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। कहते हैं- पेपर लीक होने से बहुत निराशा हुई। घरवाले पूछने लगते हैं- बाबू, पेपर फिर कब होगा? लाइब्रेरी और साइबर कैफे संचालकों का कहना है- पहले के मुकाबले छात्रों की संख्या घटी है। करीब 30% छात्र घर लौट गए हैं।
प्रयागराज में इस तरह की कहानियों की भरमार है। उत्तर प्रदेश के दूसरे शहरों की भी यही कहानी है। लेकिन प्रयागराज इसलिए, क्योंकि प्रदेश का सबसे बड़ा कोचिंग हब है। इसलिए नौकरी की तैयारी करने ज्यादा युवा यहां आते हैं। शहर में कोचिंग के बैच घट गए हैं। फुल रहने वाले लॉज खाली होने लगे हैं।
दिसंबर, 2023 में यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने 62,624 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे। इसी दौरान यूपी लोक सेवा आयोग ने भी RO/ARO के 411 पदों पर भर्ती निकाली।
दोनों भर्तियों की वैकेंसी आना पहले से तय था। इसलिए यूपी के अलग-अलग हिस्सों से बड़ी संख्या में छात्र प्रयागराज पहुंच गए। यहां कमरा किराए पर लिया और कोचिंग में एडमिशन लेकर तैयारी में जुट गए।
11 फरवरी को RO/ARO और 17-18 फरवरी को पुलिस भर्ती परीक्षा हुई। दोनों परीक्षाओं के पेपर लीक हो गए। शहर में रहकर तैयारी कर रहे युवाओं के हाथ निराशा लगी। परिवार ने पैसे भेजने से मना कर दिया, तो छात्रों को मजबूरन प्रयागराज छोड़ना पड़ा।
पहले क्लास में जगह नहीं, आज 40-50 बच्चों को तरस रहे
संजीव तिवारी प्रयागराज के जॉर्ज टाउन में उत्थान नाम से कोचिंग संस्थान चलाते हैं। वह बताते हैं- पिछले साल तक हमारे यहां 4-4 बैच चलते थे। हर बैच में 100 से 150 बच्चे होते थे।
अब सब बंद हो गया है। मैं अंग्रेजी पढ़ाता हूं। आज 40-50 बच्चों के लिए भी तरसना पड़ रहा है। पूरे शहर में सिविल में दृष्टि और वनडे परीक्षाओं (SSC) में क्लाइमैक्स में ही लड़के दिखते हैं। बाकी संदेश एकेडमी, सागर एकेडमी जैसे बड़े-बड़े संस्थानों में बच्चों को खोजना पड़ रहा।
इसके बाद हम बैंक रोड स्थित सागर एकेडमी पहुंचे। शाम को यहां पूरी तरह से सन्नाटा था। कोचिंग कर्मचारी हरीश कहते हैं- अब सिर्फ सुबह-सुबह ही बैच चलता है। जब से परीक्षा लीक हुई, तब से शाम को कोई भी बैच नहीं चलता। पहले एक बैच में 200-250 बच्चे होते थे, अब 100 भी नहीं होते।
प्रयागराज में 500 कोचिंग संस्थान हैं। 80% प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे- SSC, रेलवे, पुलिस, सेना की तैयारी करवाते हैं। बाकी 20% में सिविल, इंजीनियरिंग और मेडिकल की कोचिंग है।
जहां कमरे नहीं मिलते थे, वहां अब सस्ते रूम मिल रहे
प्रयागराज में 4 लाख युवा रहकर तैयारी करते हैं। तेलियरगंज, रसूलाबाद, सलोरी, बघाड़ा, अल्लापुर, कटरा, राजापुर, गोविंदपुर, कीडगंज, मम्फोर्डगंज में ज्यादातर युवा रहते हैं। पहले इन इलाकों में रूम नहीं मिलते थे। आज हालत ये है कि हर घर में कमरे उपलब्ध हैं। हर साल जो 200 से 500 रुपए किराया बढ़ता था, वह भी अब स्थिर हो गया है।
मम्फोर्डगंज में मो. सादिक के पास कुल 20 कमरे हैं। इस वक्त 8 खाली हैं। वह कहते हैं- पेपर लीक के बाद लड़के लॉज छोड़कर घर चले गए। सोचा था कि मार्च के बाद किराया बढ़ाएंगे, लेकिन युवाओं की समस्या देखकर अब पैसा बढ़ाने का मन नहीं है।
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