पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- बीजेपी में किरोड़ीलाल मीणा का सम्मान नहीं हुआ इससे आहत होकर उन्होंने इस्तीफा दिया है। वह बात के धनी है अब इस्तीफा वापस नहीं लेंगे। पर्ची वाली सरकार के राज में राजस्थान में कोई काम नहीं हो रहा। इसे लेकर जनता में भी सरकार के खिलाफ आक्रोश है।
पीसीसी चीफ आज जयपुर से सीकर आए थे। उनकी पत्नी सुनीता देवी के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति समारोह में शामिल होने शिवसिंहपुरा स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल गए। समारोह के बाद मीडिया से बात करते हुए सरकार पर निशाना साधा और किरोड़ी को बीजेपी में सम्मान नहीं मिलने की बात कही।
राजस्थान में सरकार के खिलाफ आक्रोश
डोटासरा ने सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा- पिछले 6-7 महीनों में प्रदेश सरकार ने कोई काम नहीं किया है। 5 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। भाजपा का कोई नेता इस्तीफा दे रहा है तो कोई बोल रहा है कि ब्यूरोक्रेसी हावी है। आज की तारीख में राजस्थान में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है, सारा का सारा काम झगड़े का है।
राजस्थान में आज कोई काम हो नहीं रहा, इसे लेकर जनता में भी सरकार के खिलाफ आक्रोश है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में राहुल गांधी ने देश के मुद्दों को रखा है। वही राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने टीकाराम जूली के नेतृत्व में सरकार को घेरने का काम किया है।
किरोड़ी अब इस्तीफा वापस नहीं लेंगे
किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे की बात पर बोले- बीजेपी में किरोड़ीलाल मीणा का सम्मान नहीं हुआ। उससे आहत होकर उन्होंने इस्तीफा दिया। जो कद उनका है, वह इस सरकार में मिल नहीं पाया। राजस्थान में पर्चियों से सरकार बन गई। मेरा मानना है कि वह बात के धनी है अब इस्तीफा वापस नहीं लेंगे।
शिक्षा मंत्री दें इस्तीफा
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर पर कहा- शिक्षा मंत्री का काम होता है कि वह प्रदेश में क्वालिटी एजुकेशन दें,सुसंस्कारित शिक्षा दे लेकिन वह आदिवासी समाज पर टिप्पणी कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए और मुख्यमंत्री को उनसे इस्तीफा लेकर अन्य किसी को विभाग को सौंपना चाहिए।
पीसीसी चीफ की पत्नी ने लिया रिटायरमेंट
पीसीसी चीफ की पत्नी सुनीता देवी ने सरकारी टीचर पद से स्वैच्छिक रिटायरमेंट लिया है। वे शिवसिंहपुरा स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पोस्टेड थी। स्कूल में आज उनका रिटायरमेंट समारोह रखा गया, जिसमें डोटासरा पहुंचे थे। समारोह में सुनीता देवी ने कहा कि मेरे पिता भी टीचर थे और ससुर भी टीचर थे। डोटासरा ने भी स्कूल स्टाफ का आभार जताया।
सुनीता देवी ने जुलाई 1989 में टीचर के रूप में सर्विस ज्वॉइन की थी। 2029 में उनका रिटायरमेंट होना था लेकिन पारिवारिक कारणों से उन्होंने सेवानिवृत्ति ली।
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