116 रन का टारगेट...और रन चेज में वर्ल्ड चैंपियन टीम इंडिया 102 पर ऑलआउट, वो भी जिम्बाब्वे जैसी टीम के खिलाफ। ये बात हैरान करने वाली है, लेकिन भारत-जिम्बाब्वे टी-20 सीरीज के पहले मुकाबले में शनिवार को यही हुआ। पिछले हफ्ते टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया 13 रन से हार गई, हालांकि इस टीम में वर्ल्ड चैंपियन टीम का कोई सदस्य नहीं था।
हरारे स्पोर्ट्स क्लब में भारत के युवा कप्तान शुभमन गिल ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी और जिम्बाब्वे ने 20 ओवर में 9 विकेट पर 115 रन का स्कोर बनाया। जवाब में टीम इंडिया 19.5 ओवर में 102 रन पर ऑलआउट हो गई। यह जिम्बाब्वे की भारत पर तीसरी जीत है। इस जीत से मेजबान टीम ने 5 मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली।
इस मैच ने 8 साल पहले खेले गए उस मुकाबले की याद दिला दी, जिसमें भारत 2 रन से हार गया था। तब कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आखिरी ओवर में 7 रन नहीं बना सके थे।
कप्तान ने ऑलराउंड प्रदर्शन किया। जब वे खेलने उतरे, तब टीम 40 रन पर दो विकेट गंवा चुकी है। ऐसे में रजा ने मधवरे के साथ तीसरे विकेट के लिए 11 और डायन मायर्स के साथ चौके विकेट के लिए 23 रन की साझेदारी की। सिकंदर ने 19 बॉल पर एक छक्के और एक चौके के सहारे 17 रन बनाए। फिर गेंदबाजी में कप्तान शुभमन गिल को आउट करके मैच पलटा। उन्होंने 4 ओवर में 25 रन देकर तीन विकेट झटके। वे प्लेयर ऑफ द मैच चुके गए।
2. जीत के हीरो
क्लाइव मदांदे: विकेटकीपर बल्लेबाज ने 25 बॉल पर 4 चौकों से सजी नाबाद 29 रन की उपयोगी पारी खेली। उन्होंने तेंदाई चतारा के साथ आखिरी विकेट के लिए 27 बॉल पर 25 रन जोड़े। इन रनों की बदौलत टीम 115 के स्कोर तक पहुंच सकी। एक समय टीम ने 90 रन पर 9 विकेट गंवा दिए थे।
तेंदाई चतारा: पहले तो मदांदे का साथ निभाया और टीम को 100 पार करने में मदद की। फिर 3.5 ओवर की गेंदबाजी में 16 रन देकर 3 विकेट झटके और भारतीय टीम को 102 रन पर ऑलआउट करने में अहम भूमिका निभाई।
भारतीय कप्तान शुभमन गिल का विकेट मैच का टार्निंग पॉइंट रहा। वे 31 रन बनाकर छठे बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। जब गिल आउट हुए तो भारतीय टीम को 58 बॉल पर 69 रन बनाने थे और 4 विकेट हाथ में थे। गिल के आउट होने के बाद जिम्बाब्वे के गेंदबाज हावी हो गए।
4. हार के 5 कारण
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