शुद्ध के लिए युद्ध जारी है। मिलावट के शक में खाद्य विभाग के उठाए गए सैंपलों की रिपोर्ट अभी आई ही है। खाद्य पदार्थों के 281 में से 14 अनसेफ पाए गए हैं। वहीं, 78 सब-स्टैंडर्ड। 159 की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। पिछले दिनों विभाग ने 440 खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए थे। अनसेफ पाए गए सैंपलों में मसालों और मिठाई के 3-3 सैंपल हैं। वहीं, ग्रेवी के 2, दूध-दही, तेल, आइसक्रीम, छोला दाल, आइस कैंडी के 1-1 सैंपल अनसेफ मिले हैं।
हैरत की बात है कि विभाग की रिपोर्ट में मिलावटी पाए गए इन खाद्य पदार्थों में बड़े नाम भी शामिल हैं। शंकर समोसा पर खराब तेल का इस्तेमाल होना पाया गया है। वहीं, सोडानी-कलकत्ता चाट और पिंक पर्ल समेत पनीर के 16 सैंपल सब-स्टैंडर्ड मिले हैं। मिलावटी देशी घी 13 जगहों पर बिकता मिला था।
मोहम्मदी पैलेस के चिकन चंगेजी का नमूना भी अनसेफ
पिछले दिनों विभाग ने 440 खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए थे, जिसमें से 14 अनसेफ और 78 सब स्टैंडर्ड मिले हैं। वहीं 159 की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। अनसेफ में मसाला और मिठाई के 3-3 सैंपल अनसेफ मिले हैं। वहीं ग्रेवी के दो, दूध-दही, तेल, आइसक्रीम, छोला दाल, आइस केंडी का एक-एक सैंपल अनसेफ मिला है। इसमें मोहम्मदी पैलेस के चिकन चंगेजी का नमूना भी अनसेफ मिला।
281 खाद्य पदार्थों में 14 सैंपल अनसेफ, 78 सब-स्टैंडर्ड, 159 की रिपोर्ट बाकी; बड़ा सवाल- सजा कितनों को होगी?
पनीर उद्योग, दूध मंडी, शास्त्री नगर, प्रेम प्रकाश शर्मा
मोहम्मदी पैलेस, चांदपोल, फैजल कुरैशी
एमबी स्वीट्स शॉप, निर्माण नगर, रमेश चौधरी
शुभम मार्केटिंग, सीकर रोड, माती मीणा देवी
फोनिक्स ट्रेड विजन, वीकेआई, विराट अग्रवाल,
श्याम धणी इंडस्ट्रीज, वीकेआई, चंद्रप्रकाश शर्मा,
कमल आइसक्रीम, भवानी नगर मुरलीपुरा, कमल सैनी
विनायक आइस कैंडी, जोडला पावर हाउस, सीकर रोड, भगवान दास
लक्ष्मी स्वीट कैटर्स, मोती कटला बाजार, जयपुर, सतीश कुमार अग्रवाल
शंकर समोसा, राजापार्क, राहुल मदान
बीएल फूडस, प्रगति बाजार, बिदाजी चौराहा, बस्सी, अमित कुमार शर्मा
पनीर सबसे ज्यादा मिलावटी
जांच रिपोर्ट में 78 सैंपल सब-स्टैंडर्ड हैं। इसमें सबसे ज्यादा पनीर के 16 सैंपल हैं। देशी घी के 13, तेल के 8, मिठाई के 5, दही के 3 नमूने सब-स्टैंडर्ड हैं। इसके अलावा मसाला, दाल, बटर, आइसक्रीम, आइस कैंडी सहित कई खाद्य पदार्थों के एक से दो नमूने सब-स्टैंडर्ड मिले हैं।
कैंसर, लिवर की बीमारियां तय
प्रोडक्ट में एसिटामिप्रिड, थियामेथोक्साम, इमिडाक्लोप्रिड, ट्राईसाइलाजोन, प्रोफिनोफोस, एसिटामिप्रिड, थियामेथोक्साम एवं एसिटामिप्रिड, इथियोन तक मिला है। इनसे जी घबराना, चक्कर आना, रेस्परेट्री फेलियर होने के अलावा मृत्यु तक हो सकती है। एक्सपर्ट की मानें तो लगातार नकली और मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से पुरुष-महिलाओं की संतानोपत्ति क्षमता प्रभावित होती है। लिवर संबंधी रोग भी होते हैं। उल्टी-दस्त, सिरदर्द, पसीना आना, त्वचा और आंखों में खुजली तक होती हैं। नर्वस सिस्टम और हॉर्मोन सिस्टम भी प्रभावित होता है।
खाद्य सुरक्षा निदेशक पंकज ओझा ने कहा- सरकार का उद्देश्य है कि आमजन को खाने को शुद्ध मिले, इसके लिए अभियान चलाया गया आैर अब रिपोर्ट आ गई है। आगे भी कार्रवाई जारी रखेंगे। लोग भी अवेयर हों। किसी भी तरह की गड़बड़ी लगे तो हमें सूचना दें।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.