उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में बारिश, बाढ़ और बिजली गिरने से पिछले 24 घंटों के दौरान 56 लोगों की मौत हुई है। UP में बाढ़-बारिश से जुड़े हादसे में 32 लोगों की जान गई है। राज्य के 12 जिलों के करीब 800 गांवों में बाढ़ जैसे हालात हैं। पीलीभीत और लखीमपुर खीरी में NDRF और SDRF की टीमें रेस्क्यू में लगी हैं।
बिहार में बिजली गिरने से 21 और झारखंड में 3 की मौत हुई है। IMD ने गुरुवार (11 जुलाई) को बिहार में भारी बारिश और बिजली गिरने को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य में गंडक, कोसी, बागमती, कमला समेत कई नदियां उफान पर हैं। गोपालगंज, पश्चिम चंपारण सहित कई जिलों में बाढ़ आ गई है।
मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और गोवा में भारी बारिश को लेकर आज ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, झारखंड, बंगाल, ओडिशा और कर्नाटक में भी यलो अलर्ट है।
हिमाचल में 2 हफ्तों में 22 की मौत
हिमाचल प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं से 2 हफ्ते में 22 लोगों की मौत हुई है। राज्य सरकार के अधिकारी ने बुधवार (10 जुलाई) को बताया कि 27 जून को मानसून प्रदेश में पहुंचा था। तब से लेकर अब तक तेज बारिश के कारण सरकार का 172 करोड़ का नुकसान हुआ है।
हिमाचल प्रदेश के स्टेट इमरजेंसी सेंटर के मुताबिक, मंडी जिले की 5, शिमला की 4 और कांगड़ा की तीन मुख्य सड़कें लैंडस्लाइड के मलबे के कारण बंद की गई हैं। राजधानी दिल्ली में कल तेज बारिश हुई। मौसम विभाग ने कहा है कि आने वाले दिनों में दिल्ली में और भी ज्यादा बरसात देखने को मिलेगी।
गुजरात में अब तक सीजन में 223.37 मिमी बारिश हुई है। यह राज्य की औसत वार्षिक बारिश का 25.30 प्रतिशत है। राज्य की 24 तालुकाओं में 501 मिमी से 1000 मिमी तक बारिश रिकॉर्ड की गई है।
आगे कैसा रहेगा मौसम...
सेंट्रल वाटर कमीशन बोला- 10 महीने में पहली बार बढ़ा जलाशयों का जलस्तर
सेंट्रल वाटर कमीशन ने बताया है कि देश के जलाशयों का जल स्तर पिछले साल सितंबर के बाद पहली बार बढ़ा है। दरअसल, भारत के 150 जलाशयों की निगरानी करने वाले CWC ने 4 जुलाई को नई जानकारी साझा की है। इसमें बताया गया है कि वाटर लेवल कुल 2 प्रतिशत बढ़ा है।
हालांकि, CWC ने कहा है कि इन जलाशयों का कुल स्टोरेज लेवल पिछले साल की तुलना में गिर गया है। फिलहाल जो 2 परसेंट बढ़ोतरी के आकड़े सामने आए हैं, वह मौजूदा स्टोरेज लेवल की तुलना में देखे गए आंकड़े हैं। अगर पिछले साल के स्टोरेज लेवल से आज का जल स्तर नापेंगे तो यह कम ही आएगा।
मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से रीवा-सीधी में गुरुवार (11 जुलाई) को भारी बारिश होने का अनुमान है। अगले 24 घंटे में यहां 4 इंच से ज्यादा पानी गिर सकता है। मौसम विभाग ने मऊगंज, सतना, मैहर, सिंगरौली, निवाड़ी, शिवपुरी, अशोकनगर, मुरैना में भी तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है
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