कोटा में एक और कोचिंग छात्र ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। वह पीजी में रहकर JEE की तैयारी कर रहा था। उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। वह मूलरूप से बिहार के मोतिहारी का रहने वाला था। इस साल कोटा में अब तक 11 स्टूडेंट सुसाइड कर चुके हैं।
महावीर नगर थाने के एसएचओ महेन्द्र मारू ने बताया- शनिवार रात 10 बजे कंट्रोल रूम से एक छात्र के सुसाइड की जानकारी मिली थी। इसके बाद मौके पर पहुंचे। मोतिहारी निवासी 17 साल का आयुष जायसवाल महावीर नगर इलाके में सम्राट चौक के पास पीजी में रह रहा था।
शनिवार रात तक वह कमरे से बाहर नहीं आया। उसके साथियों ने दरवाजा खटखटाया। फिर भी कोई जवाब नहीं मिला। आयुष के दरवाजा नहीं खोलने पर पीजी संचालक ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा। अंदर आयुष रोशनदान में फंदा बांधकर लटका हुआ था। पुलिस ने उसे उतारा और न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
छात्र आयुष जायसवाल महावीर नगर थर्ड में 1 जी 28 नंबर के मकान में पहली मंजिल पर रह रहा था। रविवार सुबह 9:00 बजे जब भास्कर टीम मौके पर पहुंची तो वहां एक महिला मिली। महिला ने बताया कि पीजी उनके ससुर संचालित करते हैं।
हालांकि उन्होंने इस मामले में या पीजी संचालक के बारे में कुछ भी जानकारी देने से साफ मना कर दिया। वहीं आसपास के लोग भी इस मामले को लेकर बोलने से बचते नजर आए। एक दुकान पर जानकारी ली तो उन्होंने मकान मालिक से बात करने को कहा।
नहीं थम रहे सुसाइड केस
सरकारी डेटा के अनुसार, भारत में साल 2021 में सबसे ज्यादा 13,000 सुसाइड हुए हैं। ये साल 2020 के डेटा से 4.5% ज्यादा हैं। इसके साथ ही पिछले साल यानी 2023 में 29 स्टूडेंट्स ने कोटा में सुसाइड किया था, जो कि 10 सालों में सबसे ज्यादा है।
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