फिरोजाबाद: भीषण गर्मी और आसमान से निकलती आग अब जानलेवा हो गई है. बुंदेलखंड ही नहीं, बृज के भी कई जिले भीषण गर्मी की चपेट में हैं. मंगलवार को यूपी के फिरोजाबाद जिले में सात लोगों की मौत हो गई. चार मरीजों की मौत तो अस्पताल में हुई और तीन लोगों ने रेल, रेलवे स्टेशन पर दम तोड़ दिया. डॉक्टर्स की मानें तो तेज गर्मी में पानी की कमी इन लोगों की मौत की वजह बनी है.
यूपी के तमाम शहरों में आसमानी आग जानलेवा बन गई है. इन शहरों का तापमान 45 से 47 डिग्री के आसपास है. फिरोजाबाद में तो कारखानों की भट्ठियों का असर भी देखा जा रहा है. इस मौसम में यहां का भी तापमान अक्सर 45-46 डिग्री रहता है. मंगलवार को तो गर्मी का आलम यह रहा कि लोगों की जान पर भी बन गई. तेज गर्मी में अत्यधिक पसीना आने के कारण लोग डिहाइड्रेशन के शिकार हुए.
परिजन उन्हें अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों के अनुसार जिला अस्पताल में चार लोगों की मौत हुई है. इन लोगों के नाम ऊषा पत्नी भंवर सिंह निवासी सैलई, रमेश पुत्र गंगाराम निवासी सुभाष कॉलोनी, अशोक पुत्र गंगा प्रसाद निवासी टापा खुर्द, पान कुमारी पत्नी राम स्वरूप निवासी आजाद नगर है. डॉ. राहुल के अनुसार इन लोगों के शरीर में पानी की कमी होने से डिहाइड्रेशन हुआ.
बुखार, चक्कर, सिरदर्द की समस्या इस गर्मी में आम हो गई है. इन्ही समस्याओं की वजह से मौत हो रही हैं. तेज गर्मी के कारण टूण्डला रेलवे स्टेशन पर एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई. महिला की शिनाख्त तो नहीं हो सकी है. लेकिन, उसके पास से इटावा का टिकिट मिला है. इसी तरह आनंद विहार से मालदा टाउन जा रही समर स्पेशल ट्रेन में बिहार निवासी कमील अंसारी की मौत हो गई.
इसी ट्रेन में दिल्ली निवासी परवेज की मौत हो गई. तेज गर्मी की वजह से जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. मंगलवार को हीट स्ट्रोक के शिकार 90 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
उधर, कानपुर में ड्यूटी के दौरान भीषण गर्मी के चलते एक हेड कांस्टेबल गश खाकर गिर पड़ा. साथ में मौजूद दारोंगा उसे अस्पताल ले जाने के बजाय उसका वीडियो बनाता रहा. जब लोगों ने विरोध किया तब हेड कांस्टेबल को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
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