जयपुर के मानसरोवर इलाके की 27 कॉलोनियों में जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) आज भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रहा है। हाईकोर्ट के आदेश पर एरिया की सड़क चौड़ी करने के लिए अवैध निर्माण तोड़े जा रहे हैं। टीमें कार्रवाई के दूसरे दिन आज 120 से ज्यादा मकान-दुकानों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
बुधवार को भी लोगों ने कार्रवाई का विरोध किया। उनका कहना है कि सभी के खिलाफ समान कार्रवाई होनी चाहिए। अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। किसी के अवैध निर्माण को छोड़ा जा रहा है, किसी का हटाया जा रहा है। इससे पहले मंगलवार को 85 अवैध निर्माण हटाए गए थे।
इनमें दो स्कूल की बिल्डिंग भी शामिल थीं। दरअसल, न्यू सांगानेर रोड (मानसरोवर) से वंदे भारत रोड तक प्रस्तावित 100 फीट चौड़ी सड़क बनाने के लिए करीब 1.8 किलोमीटर एरिया से अतिक्रमण हटाया जा रहा है।
पूरी सड़क क्लीन करने का टारगेट- निगम अधिकारी
- जयपुर विकास प्राधिकरण जोन-19 के जेईएन गौरव भारद्वाज ने बताया कि आज 60 से 65 निर्माण तोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें 30 आवासीय मकान हैं, जबकि 30 दुकान भी शामिल हैं।
- इन्हें तोड़ने से पहले समझाइश कर आम जनता से उनके मकान और दुकान खाली कर लिए गए हैं। ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।
- कुछ लोगों द्वारा हल्का विरोध किया जा रहा है। इसे काबू करने के लिए अतिरिक्त पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है।
संकरी सड़कों से अवैध निर्माण हटाना शुरू
इस पूरे एरिया से अतिक्रमण हटाने की याचिका स्थानीय लोगों ने ही दी थी। चार दिन चलने वाली इस कार्रवाई के बाद उम्मीद की जा रही है कि सड़क 100 फीट की हो जाएगी। फिलहाल सड़क की चौड़ाई आधी है।
कई और क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाने की तैयारी में जेडीए
- जेडीए न्यू सांगानेर रोड, पृथ्वीराज नगर, सिरसी, जगतपुरा और अजमेर रोड क्षेत्र में सरकारी जमीन और सड़क पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने की तैयारी कर रहा है।
- जेडीए के मुख्य नियंत्रक अधिकारी महेंद्र कुमार शर्मा ने बताया- मंगलवार को हुई कार्रवाई के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने खुद के स्तर पर ही अपने निर्माण को हटाना शुरू कर दिया था। काफी लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने अपने निर्माण को नहीं हटाया है।
- उनके खिलाफ बुधवार को जयपुर विकास प्राधिकरण की टीम कार्रवाई को अंजाम देगी।
- इस दौरान टीम के साथ ही अतिरिक्त पुलिस जाब्ता भी तैनात रहेगा, ताकि किसी भी तरह के विरोध या स्थिति से निपटा जा सके।
वंदे मातरम् सर्किल तक 1.8 किमी 100 फीट चौड़ी लिंक रोड का निर्माण पूरा होने के बाद पृथ्वीराज नगर और मानसरोवर में रहने वाले लाखों लोगों को इसका सीधा फायदा होगा। इससे अजमेर रोड और न्यू सांगानेर रोड के साथ ही अन्य वैकल्पिक मार्ग पर वाहनों की आवाजाही का दबाव कम होगा।
- जेडीए 20 कॉलोनियों से जुड़े अवैध निर्माण को तोड़ेगा। ये इलाके घनी आबादी वाले हैं। यहां सड़क किनारे बड़ी संख्या में घर हैं।
- इनमें उत्तम नगर, श्रीराम नगर, सुमेर नगर विस्तार, रघु विहार, कृष्णा विहार विस्तार, शंकर वाटिका, सुमेर नगर, श्रीराम कॉलोनी, सूरज वाटिका, बालाजी नगर, कैलाशपुरी, कृष्णा विहार-ए और बी, श्रीगोपाल नगर, शिव वाटिका, सुखीजा विहार विस्तार, चौपड़ा एन्क्लेव, बाबू नगर, शिव वाटिका सी, गणपति एन्क्लेव शामिल हैं।
- जयपुर विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन दस्ते ने सेंट टेरेसा स्कूल से आज एक बार फिर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। लेकिन कार्रवाई शुरू होने के साथ ही स्थानीय लोगों ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है।
- स्थानीय निवासी हजारीलाल ने बताया कि हम लोग खुद सरकार के आदेश के बाद अपना निर्माण हटा रहे थे। लेकिन जोर जबरदस्ती से हमारे निर्माण को तोड़ा जा रहा है जिससे ज्यादा नुकसान हो रहा है।
- हमने सिर्फ 2 घंटे की मोहलत और मांगी थी। लेकिन हमें वह मोहलत नहीं दी गई और यही नजदीक बने सेंट टेरेसा स्कूल को नहीं तोड़ा जा रहा है। जो पूरी तरह नियमों के विपरीत बना है ऐसे में जयपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को भेदभाव नहीं करना चाहिए।
- पृथ्वीराज नगर इलाके में जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा वंदे मातरम मार्ग से न्यू सांगानेर रोड तक 100 फीट की सेक्टर रोड प्रस्तावित थी।
- इसके निर्माण की मांग को लेकर स्थानीय निवासियों की ओर से लंबे समय से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। पिछले साल 16 नवंबर 2023 को हाईकोर्ट ने सेक्टर रोड को चौड़ा करने के आदेश दिए थे। तब कार्रवाई नहीं हो पाई थी।
- वहीं, राजस्थान में नई सरकार के गठन के बाद जेडीए ने कोर्ट के आदेश का हवाला देकर मई में अवैध निर्माणकर्ताओं को नोटिस जारी कर एक महीने की मोहलत दी थी।
- लेकिन, अवैध निर्माण नहीं हटाए गए। जेडीए की टीम ने 18 से 21 जून तक अवैध निर्माण हटाने का लक्ष्य रखा है।
- अवैध निर्माण को हटाने के लिए जेडीए के प्रवर्तन दस्ते के 50 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी, 100 पुलिस कर्मचारी और जोन स्तर के 50 से अधिक कर्मचारी मौजूद हैं।
- इस दौरान 5 जेसीबी, 3 ड्रिल मशीन (दो बड़ी, एक छोटी) के साथ ही 10 से ज्यादा डंपर और ट्रैक्टर की मदद से अवैध निर्माण हटाया जाएगा।