नीट पेपर लीक मामले में नए खुलासे हो रहे हैं। अब पटना से गिरफ्तार आरोपी छात्र अनुराग यादव का कबूलनामा सामने आया है। उसने पुलिस के सामने बयान देते हुए कहा है कि मैं नीट की परीक्षा की तैयारी कोटा में रहकर एक कोचिंग सेंटर से कर रहा था।
मेरे फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु जो नगर परिषद दानापुर जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने मुझे वापस बुलाया। फूफा ने कहा परीक्षा में सेटिंग हो गई। एग्जाम से एक रात पहले मुझे सवाल-जवाब रटवाए गए। दूसरे दिन जब एग्जाम देने गया तो सभी प्रश्न सही-सही परीक्षा में मिल गए।
पेपरलीक में एनएचएआई के गेस्ट हाउस में कैंडिडेट का ठहराने की बात भी जांच में सामने आई है। वहां के एंट्री रजिस्टर में इसी अनुराग यादव का नाम है। अनुराग के नाम के आगे ब्रैकेट में मंत्री जी लिखा था।
इससे पहले पेपर लीक के आरोपी जेई सिकंदर और आयुष ने भी अपना जुर्म कबूल कर लिया था। इधर शिक्षा मंत्रालय ने बिहार की जांच एजेंसी ईओयू से मामले पर डिटेल रिपोर्ट मांगी है।
मेरा नाम अनुराग यादव (22 साल) है। मैं परिदा थाना हसनपुर, जिला समस्तीपुर का रहने वाला हूं। मैं अपनी सफाई का बयान बिना भय या दबाव, बिना लोभ लालच के शास्त्रीनगर थाने में दरोगा तेज नारायण सिंह के समक्ष दे रहा हूं। मैं नीट की परीक्षा की तैयारी कोटा में एक कोचिंग सेंटर में रहकर कर रहा था। मेरे फूफा सिकंदर यादवेंदु नगर परिषद दानापुर में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। मेरे फूफा द्वारा बताया गया कि 5 मई 2024 को नीट की परीक्षा है। कोटा से वापस आ जाओ। परीक्षा की सेटिंग हो चुकी है। मैं कोटा से वापस आ गया और मेरे फूफा ने 4 मई 2024 की रात्रि में अमित आनंद, नीतीश कुमार के पास मुझे छोड़ दिया। यहां पर नीट की परीक्षा का प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका दिया गया। रात में पढ़वाया और रटवाया गया। मेरा सेंटर डीवाई पाटिल स्कूल में था। मैं स्कूल में परीक्षा देने गया तो जो प्रश्न पत्र रटवाया गया था, वही प्रश्न सही-सही परीक्षा में मिल गया। परीक्षा के बाद अचानक पुलिस आई और मुझे पकड़ लिया। मैंने अपना अपराध स्वीकार किया। यही मेरा बयान है।''
मेरा नाम नीतीश कुमार है। मेरी दोस्ती सिकंदर प्रसाद यादवेंदु से है। वो नगर परिषद जूनियर इंजीनियर दानापुर में कार्यरत हैं। उनसे मेरी मुलाकात नगर परिषद दानापुर के कार्यालय में अमित आनंद के साथ हुई। बातचीत के सिलसिले में बताया कि किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक कर बच्चा को पास कराता हूं। जिस पर सिकंदर ने बताया कि मेरे पास भी 4-5 लड़के हैं, जिसे आप पास करा दीजिए, सभी नीट की तैयारी कर रहे हैं। अमित आनंद और मैंने बताया कि 30-32 लाख रुपए लगेंगे तो सिकंदर तैयार हो गए। बताया कि 04 लड़का हम आपको देंगे। इसी बीच नीट परीक्षा आई। सिकंदर ने बताया गया कि चारों लड़का को कब बुलाए तो अमित द्वारा बताया गया कि 04 मई 24 की रात में बुलाया गया है। जहां पर नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक करवाकर सभी बच्चों को उत्तर के साथ पढ़वाया और रटवाया जा रहा था। जहां पर प्रश्न पत्र एवं उत्तर सामग्री को पढ़ाया जा रहा था, वहां से जला हुआ हिस्सा पुलिस ने जब्त किया है। मैं बीपीएससी की परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक कराने एवं कदाचार के आरोप में आर्थिक अपराध इकाई बिहार पटना से साल 2024 में जेल गया हूं। मैं अपना अपराध स्वीकार किया।
मैं अमित आनंद हूं। मेरी दोस्ती सिकंदर से है। इनसे मेरी मुलाकात नगर परिषद दानापुर के कार्यालय में नीतिश कुमार के साथ हुई। बातचीत के क्रम में बताया कि किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक कर छात्रों को पास कराता हूं। बातचीत के क्रम में सिकंदर ने बताया कि मेरे पास भी 4-5 लड़के हैं, जिसे आप परीक्षा में पास करा दीजिए, जो नीट की तैयारी कर रहे हैं। इसके बदले नीतीश कुमार और हमने बताया कि 30-32 लाख रुपए लगेगा तो सिकंदर तैयार हो गए। बताया कि 4 लड़के हम आपको देंगे। इसी बीच नीट की परीक्षा आ गई और सिकंदर ने बताया कि चारों लड़कों को कब बुलाए तो अमित ने बताया कि 4 मई की रात्रि में बुलाया गया।
जहां पर नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक करवाकर सभी बच्चों को उत्तर के साथ पढ़वाया और रटवाया जा रहा था। सिकंदर को पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर उसकी निशानदेही पर हमलोग भी पकड़े गए। हमारे फ्लैट से किराये के मकान कुलदीप बीमा आदित्य अपार्टमेंट के फ्लैट नं0-202 से विभिन्न परीक्षा के एडमिट कार्ड और नीट परीक्षा का प्रश्न और उत्तर का जला हुआ अवशेष पुलिस द्वारा जब्त किया गया। मैं पहले भी इस तरह का काम किया हूं। मैंने अपना अपराध स्वीकार किया। यही मेरा बयान है। मैं अपना बयान पढ एवं समझ कर सही लिखा पाकर अपना हस्ताक्षर बना दिया।
सिकंदर के इनपुट पर खुला पेपर लीक का खेल
पुलिस सूत्रों की माने तो नीट पेपर लीक का जो बिहार पुलिस को इनपुट मिला था, वह सिकंदर के कारण ही मिला था। सिकंदर ने हाईप्रोफाइल लोगों से सेटिंग की थी। पटना के शास्त्री नगर थाने की पुलिस ने भी सबसे पहले पटना के राजवंशी नगर के सिकंदर को ही पकड़ा था।
वह झारखंड की सफेद कार से पटना में कैंडिडेट्स की व्यवस्था में घूम रहा था। बताते हैं कि कई होटल और सेफ हाउस की व्यवस्था सिकंदर ने ही की थी। कई सेंटरों और सेफ हाउस में तो पेपर के सॉल्वर भी बिठाए गए थे। इन लोगों के पास पहले से ही प्रश्न पत्र आ गए थे।
जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु को जांच एजेंसी भी हल्के में नहीं ले रही है। पुलिस सूत्रों की माने तो अब तक गिरफ्तार किए गए सेटर से फिर पूछताछ हो सकती है। रिमांड पर लेकर पूछताछ में यह तस्दीक की जाएगी कि गिरफ्तारी के बाद जो उसने बयान दिया वह पेपर लीक मामले से पूरी तरह से मैच कर रहा है या फिर कुछ छिपाया गया है। हालांकि अब तक की जांच में यह बात भी साफ हो गई है कि जूनियर इंजीनियर सिकंदर पेपर लीक की पूरी साजिश में अहम कड़ी के रूप में काम कर रहा था।
सिकंदर के पास से रोल कोड मिलना इस बात का आधार बन रहा है। इतना ही नहीं यादवेंदु के इनपुट पर ही और गिरफ्तारियां हुई हैं। इससे यह तो साफ है कि अमित और नीतीश के बड़े खेल का सिकंदर भी बड़ा खिलाड़ी था, हालांकि वह लंबे समय से सरकारी नौकरी में है, इसलिए उसने खुलकर अभी कोई बात नहीं बताई है। पुलिस जब रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी तो हो सकता है कोई नया और बड़ा खुलासा हो जाए।
इंजीनियर की पेपर लीक में भूमिका जानिए
भास्कर की इंवेस्टिगेशन में जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक नगर परिषद के इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु के साथ उसकी पत्नी और बच्चे भी कई अहम राज जानते हैं।
नीतीश और अमित के माध्यम से सिकंदर अब तक कई कैंडिडेट को फंसा चुका है। 55 साल का इंजीनियर दिखने में सामान्य है, लेकिन नीट की परीक्षा पास कराने की ट्रिक में वह कई वीआईपी लोगों के भी संपर्क में आया है।
सिकंदर की गिरफ्तारी के बाद से ही उसकी पत्नी दोनों बच्चों को लेकर पटना छोड़ चुकी है। सूत्रों की मानें तो परिवार को भी इसके बारे में पूरी जानकारी थी, इसलिए वो पटना से बाहर चले गए। हालांकि पुलिस की जांच में अब तक उन्हें शामिल नहीं किया गया है।
अगर जांच आगे बढ़ती है और सिकंदर को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाती है तो हो सकता है कि अगली कड़ी में उसके परिवार वालों से भी पूछताछ हो जाए।
फिलहाल सिकंदर ने जो पता पुलिस को बताया है, उस पते पर उसका कोई नहीं रहता है। सिकंदर ने पुलिस को बताया है कि पटना में उसकी पत्नी, बेटा और बेटी रहती हैं, लेकिन सिकंदर के पड़ोसियों के मुताबिक यहां सिर्फ पत्नी रहती थी। घटना के बाद से वह भी गायब है।
सिकंदर अभी भी पुलिस को सही जानकारी नहीं दे रहा है। वह अपने सरकारी ऑफिस में ही नीट परीक्षा के पेपर लीक की प्लानिंग और कैंडिडेट्स की सेटिंग की बात करता था।
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