फिलीपींस ने दावा किया है कि चीन ने 17 जून को साउथ चाइना सी में झड़प के दौरान कुल्हाड़ी और धारदार हथियारों से हमला किया था। फिलिपींस की सेना ने गुरुवार को इसका वीडियो भी जारी किया। इसमें चीनी कोस्ट गार्ड फिलीपींस के सैनिकों को हाथ में हथियार लेकर धमकाते दिख रहे हैं। इस बीच वे उनकी बोट पर वार भी करते हैं।
एक न्यूज कॉन्फ्रेंस के दौरान बुधवार को फिलीपींस के सैन्य अधिकारियों ने बताया कि चीन के कोस्ट गार्ड अफसर गैरकानूनी तरह से उनकी रबर बोट पर चढ़ गए थे। इस दौरान उन्होंने कई राइफल भी लूट लीं। चीन के अधिकारियों ने जहाज के बाहर की मोटर, नेविगेशन से जुड़े उपकरण को नष्ट कर दिया। इसके अलावा उन्होंने फिलीपींस के सैनिकों के फोन भी छीन लिए।
फिलीपींस की आर्म्ड फोर्स के कमांडर अल्फॉन्सो टोरेस ने बताया कि चीनी अफसरों ने नुकीले और धारदार हथियारों से उनकी रबर बोट को पंचर कर दिया। इस दौरान फिलीपींस नेवी के एक सदस्य का अंगूठा भी कट गया।
चीनी कोस्ट गार्ड ने आंसू गैस छोड़ी, लूटपाट की
चीन के कोस्ट गार्ड ने आंसू गैस के साथ ही आंखों में चुभने वाली लाइट और सायरन का भी इस्तेमाल किया। फिलीपींस के अधिकारियों ने कहा कि चीन की हरकत समुद्री लुटेरों जैसी थी। सिर्फ वही इस तरह बोट पर चढ़कर लूट और मारपीट करते हैं। फिलीपींस ने बताया कि जहां एक तरफ चीन के कोस्ट गार्ड अधिकारियों के पास धारदार हथियार थे, वहीं हमारे सैनिक उनसे निहत्थे लड़ रहे थे।
चीन के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि कोस्टगार्ड ने जिम्मेदाराना तरह से फिलीपींस के खिलाफ एक्शन लिया था। इस दौरान उनके किसी सैनिक को नुकसान नहीं पहुंचाया गया। फिलीपींस के दावे के बाद चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि फिलपींस के वेसल पर कंस्ट्रक्शन का सामान नहीं बल्कि तस्करी के हथियार थे।
साउथ चाइना सी में निगरानी करती हैं चीनी बोट्स
साउथ चाइना सी में विवाद को देखते हुए चीन ने इलाके में निगरानी के लिए अपनी कई बोट्स और कोस्टगार्ड को तैनात कर रखा है। पिछले कुछ सालों में क्षेत्र में फिलीपींस और चीन की वेसल की मौजूदगी को लेकर दोनों देशों में तनाव भी रहा है।
चीन के नए कानून पर फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्दिनांद मार्कोस ने कहा कि ये काफी चिंताजनक हैं। वहीं फिलीपींस के विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि उसने UN में साउथ चाइना सी पर अपने दावे से जुड़े कानूनी दस्तावेज जमा किए है।
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