अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि अगर अमेरिका के ईसाई नवंबर में उनको वोट देंगे, तो उन्हें दोबारा कभी वोट देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। फ्लोरिडा में कंजर्वेटिव ग्रुप के एक इवेंट को संबोधित करते हुए ट्रम्प ने कहा कि अगर मैं राष्ट्रपति बना तो सभी चीजें ठीक कर दूंगा।
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, "ईसाइयों को घरों से निकलकर वोट डालना होगा। इसके बाद अगले 4 साल में मैं सब कुछ ठीक कर दूंगा। 4 साल बाद उन्हें दोबारा मतदान के लिए नहीं आना पड़ेगा। देश में सभी चीजें बेहतरीन हो जाएंगी।" ट्रम्प ने कहा कि वे खुद ईसाई धर्म को मानते हैं और सभी ईसाइयों से बेहद प्यार करते हैं।
चुनाव के बाद राष्ट्रपति पद नहीं छोड़ेंगे ट्रम्प
ट्रम्प के इस बयान की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इस बात की आशंका जताई गई कि ट्रम्प खुद को अमेरिका का तानाशाह घोषित करना चाहते हैं। वे राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका में दोबारा चुनाव नहीं होने देंगे और खुद ही इस पद पर कायम रहेंगे।
ट्रम्प के बयान पर डेमोक्रेटिक पार्टी से चुनाव लड़ रहे एडम शिफ ने कहा, "यह सबूत है कि देश के इस चुनाव में लोकतंत्र दांव पर है। अगर हमें इसे बचाना है तो तानाशाही के खिलाफ वोट करना होगा। अगर ट्रम्प चुने गए तो वे देश में चुनाव की प्रक्रिया ही खत्म कर देंगे। उनका बयान देश की जनता के लिए डरावना है।"
'राष्ट्रपति बना तो एक दिन के लिए तानाशाह बनूंगा' इससे पहले पिछले साल 7 दिसंबर को एक इंटरव्यू के दौरान ट्रम्प ने कहा था कि वे फिर से राष्ट्रपति बने तो एक दिन के लिए तानाशाह बनेंगे। इस दिन वे मेक्सिको के बॉर्डर को बंद करने और ऑयल ड्रिलिंग की की मंजूरी दे देंगे।
ट्रम्प ने अमेरिका में अवैध प्रवासियों को घुसने से रोकने के संबंध में यह बयान दिया था। ट्रम्प इसके अलावा भी कई बार अवैध प्रवासियों पर ऐसे बयान दे चुके हैं। टाइम मैगजीन को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि ये लोग अमेरिका के नागरिक नहीं हैं। ये हमारे देश पर आक्रमण है। अवैध प्रवासियों को हटाने के लिए जरूरत पड़ी तो सेना तैनात की जाएगी।
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