राज्यसभा में मंगलवार को सांसद चुन्नीलाल गरासिया ने राजस्थान के टिंटोई से गुजरात के मोडासा तक 20 किलोमीटर लम्बे नये रेलमार्ग का सर्वेक्षण करवा कर इसे उदयपुर रेलमार्ग से जोड़ने की मांग की।
चुन्नीलाल गरासिया ने राज्यसभा में विशेष उल्लेख के जरिये केन्द्र सरकार से यह मांग करते हुए कहा कि विश्व-प्रसिद्ध पर्यटक स्थल उदयपुर में पिछले कई वर्षों से पर्यटकों की संख्या मे काफी बढ़ोतरी हुई है, जिसका मुख्य कारण रेल मार्ग की सुविधा का पर्याप्त होना है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और रेल मंत्री के अथक प्रयासों से उदयपुर-असारवा (अहमदाबाद) तक रेल-आमान परिवर्तित कर नया रेलमार्ग शुरू करवा दिया गया है तथा देश के कई राज्यो को जोड़ने के लिए नई ट्रेन भी उदयपुर सिटी से शुरू करवा दी गई। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री और रेल मंत्री का अभिनंदन करता हूं।
गरासिया ने कहा कि उदयपुर संभाग क्षेत्र से कई उद्योगपति, नौकरी-पैशा लोग, गरीब, मजदूरवर्ग रोजगार सम्बंधी कार्य के लिए मुंबई के लिए आवागमन ट्रेन द्वारा करते हैं परंतु वर्तमान में जो रेल मार्ग शुरू किया गया है, वह उदयपुर से असारवा(अहमदाबाद) तक है। वहां से मुंबई के लिए अन्य ट्रेने पकड़नी पड़ती है,
जिससे रेलयात्री विशेषकर छोटे बच्चे, बुजुर्ग काफी परेशान होते हैं। यदि यही रेलमार्ग टिंटोई से मोडासा तक कर दिया जाए तो उदयपुर वाया बड़ौदा रेलमार्ग से मुंबई के लिए सीधा रेल मार्ग जुड़ जाएगा जिससे उद्योगपति, गरीब, मजदूरवर्ग, नौकरी-पैशा लोगो और पर्यटकों को मुंबई से उदयपुर आने-जाने में समय और धन दोनों की बचत होगी।
सांसद गरासिया ने केन्द्र सरकार से 20 किलोमीटर लम्बे इस प्रस्तावित रेलमार्ग का सर्वेक्षण करवा करवाने की मांग की।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.