राजस्थान में बारिश का दौर लगातार जारी है। भारी बारिश के कारण कई जिलों में हालात बिगड़ गए हैं

राजधानी जयपुर में गुरुवार सुबह बारिश का दौर चला। कई इलाकों में अच्छी बरसात हुई। बूंदी में भी तेज बारिश हुई। सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक करीब 4 इंच (101 एमएम) बारिश हुई। बारिश के दौरान महावीर कॉलोनी में देईखेड़ा थाने की पुलिस जीप नाले में पलट गई। जीप में थानाधिकारी समेत 3 पुलिसकर्मी थे, जिन्हें स्थानीय लोगों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

पाली जिले के रायपुर में गुड़िया नदी में पानी के तेज बहाव के कारण तीन लोग बह गए। हालांकि तीनों ने कुछ दूरी पर एक कंटीली झाड़ी पकड़कर रुक गए और वहीं फंस गए। इनमें एक छात्रा समेत 3 लोग हैं। सूचना मिलने पर रायपुर के एसडीएम पूरण कुमार के साथ स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और SDRF को मौके पर बुलाया। फिलहाल तीनों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।

रायपुर एसडीएम पूरण कुमार ने बताया कि लोग स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद ये तीनों एक ढाणी की ओर जा रहे थे। इस दौरान एक युवक, एक महिला और एक छात्रा नदी में बह गए।राजस्थान में इस बार मानसून ने डेढ़ माह पहले ही पूरे सीजन की बारिश का कोटा पूरा कर दिया। जयपुर में बुधवार शाम हुई 3 घंटे की तेज बरसात में पूरा शहर डूबा सा नजर आया। सचिवालय, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, परकोटे का क्षेत्र सहित शहर के सभी इलाकों में दो-तीन फीट पानी भर गया। शहरवासी करीब चार-पांच घंटों तक अलग-अलग इलाकों में दो-तीन किलोमीटर लंबे जाम में फंसे रहे। जयपुर में 1 अगस्त से लगातार बारिश का दौर जारी है।

सीकर में भी गुरुवार सुबह 3 घंटे तेज बारिश हुई। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर ट्रैक पानी में डूब गए। सूरजपोल गेट, बजाज रोड सहित कई इलाकों में 1 से 2 फीट तक पानी भर गया। नवलगढ़ रोड पर 3 से 4 फीट पानी भरने के कारण बड़े वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई। रोड पर करीब 3 किलोमीटर के दायरे में पानी भरा है। यहां 250 से ज्यादा दुकानें सुबह से बंद है। जोधपुर, पाली, अजमेर, अलवर, कोटा, टोंक, सवाई माधोपुर और भीलवाड़ा जिले में भी सुबह तेज बरसात हुई।

करीब 15 दिन में प्रशासन जलभराव से बचाव को लेकर कोई पुख्ता प्लानिंग नहीं कर सका है। वहीं, पूरे प्रदेश में दक्षिणी राजस्थान के 10 जिलों को छोड़ दें तो लगभग सभी जिलों में इस बार औसत पानी बरसा है।

मौसम विशेषज्ञों का दावा है कि प्रदेश में 17 अगस्त से बारिश का दौर धीमा हो जाएगा। हालांकि, आज भी जयपुर सहित 22 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट (हल्की से मध्यम) जारी किया गया है

वहीं पूरे मानसून सीजन (1 जून से 30 सितंबर तक) में औसत बरसात 415MM होती है, जबकि इस सीजन में 14 अगस्त तक 416MM बरसात हो गई। इस बार मानसून सबसे ज्यादा जयपुर, भरतपुर, अजमेर और बीकानेर संभाग पर मेहरबान रहा। वहीं उदयपुर, कोटा में इस बार मानसून रूठा रहा। इस कारण यहां के जिलों में औसत से भी कम बारिश हुई। यहां के बड़े प्रमुख बांध (माही बजाज, सोमकमला अम्बा, जाखम, राणा प्रताप सागर, बीसलपुर, जवाई बांध) फुल नहीं हुए।

पाली जिले में भी बारिश का दौर

पाली शहर में भी गुरुवार सुबह रुक-रुक कर बारिश का दौर चला। इसके बाद बादल छाए नजर आए। दोपहर बाद एक बार फिर यहां बरसात शुरू हो गई है। शहर के कई इलाकों में तेज बरसात हो रही है।

जोधपुर शहर और ग्रामीण इलाकों में 1 घंटे बरसात

जोधपुर में गुरुवार सुबह से बारिश का दौर जारी हैं। लूणी और शिकारपुरा क्षेत्र में करीब एक घंटे तक बारिश हुई। जोधपुर शहर में भी कई क्षेत्रों में बारिश हुई।

भीलवाड़ा में तेज बारिश, निचले इलाकों में भरा पानी 

भीलवाड़ा में सुबह से रिमझिम बरसात हुई। सुबह हल्की बारिश के बाद दोपहर करीब 3.15 बजे तेज बारिश शुरू हो गई। इस दौरान शहर के निचले हिस्सों में पानी भर गया।

कलेक्टर और एसपी ने लिया प्रभावित इलाकों का जायजा

सीकर में भारी बारिश के बाद कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी और एसपी भुवन भूषण यादव, नगर परिषद आयुक्त शशिकांत शर्मा ने प्रभावित इलाकों का जायजा लिया।

सीकर में 3 से 4 फीट पानी भरा, पटरियां डूबीं

सीकर में गुरुवार सुबह 8 बजे से 11 बजे तक तेज बारिश हुई। 3 घंटे तक तेज बरसात से नवलगढ़ रोड, सूरजपोल गेट, बजाज रोड सहित कई इलाकों में 3 से 4 फीट तक पानी भर गया।

बूंदी में नाले में पलटी पुलिस की जीप

बूंदी में गुरुवार सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक करीब 4 इंच (101 एमएम) बारिश हुई। देईखेड़ा पुलिस की जीप तेज बारिश में महावीर कॉलोनी के नाले में पलट गई। इस दौरान जीप में एसएचओ समेत3 पुलिसकर्मी सवार थे, जिनको स्थानीय लोगों ने रस्सी की मदद से सुरक्षित निकाल लिया।

देईखेड़ा एसएचओ ने बताया- वह किसी मुकदमे के सिलसिले में डॉक्टर की राय लेने बूंदी आए थे। वापस लौटते समय सड़क पानी से लबालब थी। इसके कारण उनको नाला नजर नहीं आया।

जयपुर, जोधपुर, नागौर में तेज बारिश

पिछले 24 घंटे में जयपुर, जोधपुर और नागौर जिले में तेज बारिश हुई, जबकि टोंक, सीकर, झुंझुनूं, दौसा, करौली, सवाई माधोपुर समेत अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। सबसे ज्यादा बरसात नागौर जिले के संजू एरिया में 104MM दर्ज हुई। वहीं जोधपुर के फलोदी एरिया में 88 और तिनवारी में 90MM दर्ज हुई।

राजधानी जयपुर में भी शाम करीब 6 बजे बाद कई इलाकों में भारी बारिश हुई। तेज बारिश से जयपुर में एक बार फिर सड़कों पर एक-एक फीट से ज्यादा पानी भर गया। इससे पहले जयपुर में बुधवार को दिन में धूप भी निकली, लेकिन शाम होने के बाद बारिश का दौर शुरू हो गया, जो रात में भी रुक-रुक कर जारी रहा।

5 साल में ड्रेनेज पर 410 करोड़ खर्च, फिर भी डूबा शहर

शहर के विकास, सार-संभाल के लिए जिम्मेदार जेडीए और दोनों निगम हर बारिश के बाद असहाय नजर आते हैं। जेडीए-निगम 5 साल में ड्रेनेज सिस्टम बनाने/सुधारने पर 410 करोड़ से ज्यादा खर्च कर चुके हैं। लेकिन, असलियत यह है कि पूरे जयपुर के एक भी जोन में पूरा ड्रेनेज सिस्टम नहीं है। इतने खर्च से तो पूरा नया ड्रेनेज सिस्टम विकसित किया जा सकता है।

17 अगस्त से धीमा होगा बारिश का दौर

मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राजस्थान के उत्तर-पूर्वी हिस्से पर अब भी साइक्लोनिक सर्कुलेशन (परिसंचरण तंत्र) मौजूद है। मानसून ट्रफ लाइन अब भी अपनी नॉर्मल पॉजिशन से होकर गुजर रही है। इस सिस्टम के कारण आज भरतपुर, जयपुर, अजमेर और कोटा संभाग के कुछ भागों में तेज और कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। पूर्वी राजस्थान में 16-17 अगस्त के बाद बारिश की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है।

51 दिन में पूरी मानसून की बारिश

राजस्थान में इस बार मानसून ने समय पर एंट्री की और तब से अब तक लगातार राज्य में बारिश का दौर जारी है। 25 जून से 14 अगस्त तक यानी 51 दिन में राजस्थान में औसतन 416MM बरसात हुई। इसमें सबसे ज्यादा बरसात पिछले 14 दिन के अंदर हुई, जिससे मानसून का कोटा समय से डेढ़ माह पहले ही कोटा पूरा हो गया। राज्य में मानसून का सीजन 1 जून से 30 सितंबर तक माना जाता है।

10 जिलों में 80 फीसदी से कम बारिश

राजस्थान में ओवरऑल मानसून की बारिश का कोटा पूरा हो गया, लेकिन जिलेवार रिपोर्ट देखें तो 31 में से 10 ऐसे जिले है, जहां 80 फीसदी भी बारिश नहीं हुई है। ये जिले कोटा, उदयपुर और जोधपुर संभाग के है। इसमें पाली, जालोर, उदयपुर, सिरोही, प्रतापगढ़, झालावाड़, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, बारां और बांसवाड़ा शामिल हैं।

इन एरिया में हर सीजन में औसत बारिश 600 से लेकर 900MM तक बरसात होती है। यहां अब तक सामान्य बारिश 294.3 एमएम होती है, जो इस बार 415.19 एमएम हुई है। राजस्थान इस साल मानसून में सबसे ज्यादा बरसात दौसा में व सबसे कम श्रीगंगानगर में हुई।

 

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