आज छत्तीसगढ़ की एसीबी ने अनूपगढ़ में एक बड़ी छापेमारी की, जिसमें छत्तीसगढ़ जिला कलेक्टर समीर बिश्नोई के ससुराल में सर्च अभियान चलाया गया. यह कार्रवाई पूरी तरह से गोपनीय तरीके से की गई. कार्रवाई के दौरान टीम ने घर को सील कर दिया था और बाहर पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया था.
दोपहर 1:30 बजे समाप्त हुआ सर्च अभियान
छत्तीसगढ़ की एसीबी टीम का सुबह से चल रहा सर्च अभियान दोपहर 1:30 बजे समाप्त हो गया. छत्तीसगढ़ एसीबी के डिप्टी एसपी राहुल शर्मा ने इस सर्च अभियान के बारे में कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की एसीबी के निर्देशानुसार यह सर्च अभियान चलाया गया था और जो भी इनपुट्स है उन्हें मीडिया के साथ फिलहाल शेयर नहीं किया जा सकता. इस सर्च अभियान में एसीबी की टीम को क्या इनपुट्स मिले इस बारे में जानकारी छत्तीसगढ़ की एसीबी द्वारा ही जारी की जाएगी. बता दें कि समीर बिश्नोई का ससुराल राजस्थान के अनूपगढ़ में स्थित है, और उनके साले गौरव गोदारा का व्यापारिक कार्य काफी बड़ा है.
कोयला घोटाले में आरोपी है समीर बिश्नोई
समीर बिश्नोई कोयला घोटाले में आरोपी हैं और वर्तमान में जेल में बंद हैं. पूर्व में छत्तीसगढ़ ईडी ने समीर बिश्नोई के पास से करोड़ों रुपए की नकदी और आभूषण भी बरामद किए थे.
क्या है कोयला घोटाला केस
छत्तीसगढ़ में कोयला घोटाला, लेवी वसूली का केस प्रवर्तन निदेशालय की रेड में सामने आया था. कोयला परिवहन में कोल व्यापारियों से कोल वसूली करने के लिए ऑनलाइन मिलने वाले परमिट को ऑफलाइन कर दिया गया था. खनिज विभाग के तत्कालीन संचालक आईएएस समीर बिश्नोई ने 15 जुलाई 2020 को इसके लिए आदेश जारी किया था. इसके लिए सिंडिकेट बनाकर वसूली की जाती थी. इस पूरे केस का मास्टरमाइंड और किंगपिन कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी को माना गया है, जो 25 रुपये प्रति टन के हिसाब से अवैध रकम जमा कराता था. इस तरह से कोयला घोटाला मामले में लगभग 570 करोड़ रुपए की वसूली की गई थी. कोयला घोटाला केस में निलंबित आईएएस समीर बिश्नोई, रानू साहू और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया जेल में बंद है.
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