उदयपुर शहर से एक बार फिर शांति और सौहार्द की मिसाल पेश की गई। स्कूली बच्चों के विवाद में चाकू के वार से घायल छात्र देवराज की मृत्यु होने पर आमजन में आक्रोश जरूर नजर आया, लेकिन लोगों ने धैर्य का परिचय देते हुए शहर की कानून व्यवस्था बनाए रखी। प्रशासन और पुलिस के माकूल बंदोबस्त के चलते पूरे शहर में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हुई। मृत छात्र का मंगलवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट, आईजी अजयपाल लांबा, जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल, पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल सहित सभी अधिकारी माहौल पर नजर रखे रहे।
घायल छात्र की एमबी अस्पताल में उपचार के दौरान सोमवार अपराह्न मृत्यु हो गई थी। अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों ने परिजनों व आमजन की समझाइश की। मंगलवार सुबह छात्र का शव परिजनों को सुपुर्द किया गया। परिजन शव लेकर निवास पर पहुंचे। वहां बड़ी संख्या में एकत्र लोगों ने पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद कड़ी सुरक्षा के साथ अंतिम यात्रा निकाली गई। जिला मजिस्ट्रेट के निर्देशन में पुलिस ने शहर में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बंदोबस्त किए। अंतिम यात्रा अशोक नगर स्थित मुक्तिधाम पहुंची। वहां विधिपूर्वक शव का अंतिम संस्कार किया गयां।
इस दौरान आईजी अजयपाल लांबा, एसपी योगेश गोयल, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन दीपेंद्रसिंह राठौड़, एडीएम प्रशासन राजीव द्विवेदी, युडीए ओएसडी जितेंद्र सोनी, एसडीएम गोगुन्दा नरेश सोनी, सहायक कलक्टर रमेशचंद्र सिरवी, मावली एसडीएम मनसुख डामोर, रसद अधिकारी गितेश श्री मालवीय आदि अधिकारी, सांसद डॉ मन्नालाल रावत, शहर विधायक ताराचंद जैन, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, उप महापौर पारस सिंघवी, समाजसेवी प्रमोद सामर, रविन्द्र श्रीमाली, चंद्रगुप्तसिंह चौहान सहित अन्य जनप्रतिनिघि भी उपस्थित रहे।
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