दिल्ली पुलिस के शाहदरा जिले के सीमापुरी इलाके में एक पुराने विवाद में हुए झगड़े के चलते 15/16 अगस्त की रात को एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मर्डर के आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस टीम ने दिल्ली और यूपी के कई इलाकों में जगह-जगह ताबड़तोड़ छापेमारी की. पुलिस टीम को तकरीबन 60 घंटे के बाद आरोपी को पकड़ने में कामयाबी हासिल हुई. गिरफ्तार आरोपी की पहचान अजीम, सीमापुरी (दिल्ली) के रूप में की गई है जोकि मूल रूप से यूपी के धामपुर के नांद्रू गांव का रहने वाला है.
शाहदरा जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी के मुताबिक, सीमापुरी थाना पुलिस को 16 अगस्त को पीसीआर कॉल मिली थी कि डीटीसी डिपो सीमापुरी के पास एक व्यक्ति को गोली मार दी गई है जोकि सड़क पर पड़ा हुआ है. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित को जीटीबी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया.
प्रत्यक्षदर्शी के बयान पर सीमापुरी थाने में भारतीय न्याय संहिता और आर्म्स एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर इंस्पेक्टर विनीत तोमर को जांच सौंपी गई. एसीपी सीमापुरी की देखरेख में इंस्पेक्टर विनीत तोमर के नेतृत्व में क्रैक टीम का गठन किया गया. टीम ने आरोपी को गिरफ्तार करने की कार्रवाई शुरू की.
संदिग्ध से पूछताछ के बाद की छापेमारी
पुलिस को संदिग्ध के तौर पर सीमापुरी के रहने वाले अजीम के बारे में जानकारी मिली. जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि आरोपी और पीड़ित एक दूसरे को जानते थे. आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गया था और कहीं छुप गया था. पुलिस टीम आरोपी के गांव नांद्रू रवाना हुई जहां पर उन्होंने नांद्रू गांव के अलावा धामपुर, शिवहर, नगीना और आसपास के इलाकों में ताबड़तोड़ छापेमारी कीं और उसके रिश्तेदारों से पूछताछ की. पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए संभावित ठिकानों पर भी नाकाबंदी की. टेक्निकल सर्विलांस के जरिए भी मॉनिटरिंग की गई. उसके 20 नंबरों से कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकाली गई. इस दौरान आरोपी के परिवार के सभी मोबाइल बंद मिले.
60 घंटे बाद मिला सटीक इनपुट
जांच पड़ताल के दौरान फरार संदिग्ध के बारे में गुप्त मुखबिरों से एक खुफिया जानकारी मिली. इस पर पुलिस टीम ने नई सीमापुरी और आसपास के इलाकों में कई छापेमारी कीं और लगातार 60 घंटे के लंबे प्रयासों के बाद टीम को एक और पुख्ता इनपुट मिला कि आरोपी दिल्ली में ही ट्रांसफर हो गया है. इस खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए टीम ने नंद नगरी, दिल्ली पर फोकस किया जहां उन्होंने छापेमारी के बाद आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की.
आरोपी और पीड़ित की आपस में कई सालों से थी पहचान
आरोपी अजीम ने पुलिस पूछताछ के दौरान कबूल किया कि वह और पीड़ित एक दूसरे को कई सालों से जानते थे. अजीम सीमापुरी में किराए पर कसाई की दुकान चलाता है और शादी के बाद करीब सात आठ महीना से अपनी पत्नी के साथ इलाके में ही रह रहा है. जबकि उसका परिवार धामपुर (यूपी) में रहता है. पीड़ित लोनी (गाजियाबाद) में एक जींस फैक्ट्री में काम करता था और अपनी मां और छोटे भाई के साथ रहता था. उसकी तीन बहन हैं जोकि शादीशुदा हैं.
चाय की दुकान पर हुआ था झगड़ा
पूछताछ में आरोपी अजीम ने यह भी खुलासा किया कि 15/16 अगस्त की मध्य रात्रि करीब 2 बजे सीमापुरी में एक स्थानीय चाय की दुकान पर उसका और आसिफ का किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था. पिछले विवाद को लेकर हुआ झगड़ा बढ़ गया और अजीम ने अवैध हथियार से आसिफ को गोली मार दी.
आरोपी के पास से देसी पिस्तौल और एक खाली कारतूस बरामद
पुलिस की पकड़ से बचने को अजीम ने तमाम जगहों पर छिपकर खुद को गिरफ्तारी से बचाया लेकिन अब पुलिस ने उसको धरदबोचने में सफलता हासिल की. जांच करने पर पता चला है कि आरोपी का क्रिमिनल बैकग्राउंड है और पुलिस उसको खंगालने में जुटी हुई है. आरोपी के कब्जे से अपराध में इस्तेमाल किए गए हथियार (देसी पिस्तौल और एक खाली कारतूस) को बरामद कर लिया गया है और आगे की जांच में जुट गई है.
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