बच्चों में फैलने वाले चांदीपुरा वायरस की दस्तक डूंगरपुर में भी दिखाई दे रही है। जिले के रामसोर और बालदिया गांव के 2 बच्चों में संदिग्ध चांदीपुरा वायरस मिला है। इनको डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, चांदीपुरा वायरस जैसे लक्षणों की वजह से 4 बच्चों की पहले ही मौत हो चुकी है। अब तक किसी भी बच्चे में चांदीपुरा वायरस की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है।
शिशु रोग विभाग के प्रभारी डॉ. निलेश गोठी ने बताया- रामसोर बड़गी की एक साढ़े 4 साल की लड़की को 10 जुलाई और बालदिया गांव के 3 साल के लड़के को 12 जुलाई को डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें चांदीपुरा वायरस के लक्षण मिलने पर भर्ती किया था। इसके बाद दोनों बच्चों के रीढ़ की हड्डी से पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए उदयपुर भेजे गए हैं। वहां से दोनों के सैंपल पूना वायरोलॉजिकल लैब भेजे जाएंगे। जहां से रिपोर्ट आने के बाद ही बच्चों में चांदीपुरा वायरस है या नहीं इसकी पुष्टि हो सकेगी, लेकिन बच्चों में उल्टी-दस्त और बुखार की शिकायत होने से डॉक्टर संदिग्ध मानते हुए उनका इलाज कर रहे हैं। डॉ. गोठी ने बताया- बच्चों की हालत अभी ठीक है और उनकी सेहत पर निगरानी रखी जा रही है।
चांदीपुरा वायरस जैसे लक्षणों के बाद डूंगरपुर में 4 बच्चों की मौत हो चुकी है। 1 से 15 जुलाई के बीच इन बच्चों की मौत हुई है। सीएमएचओ डॉ अलंकार गुप्ता ने बताया- सभी बच्चे 2 से 14 साल की उम्र के हैं। इसमें एक बच्चा उदयपुर जिले के कल्याणपुर का रहने वाला है। बच्चों की मौत को लेकर डॉक्टर सही कारण नहीं बता पा रहे हैं, लेकिन लक्षण चांदीपुरा वायरस जैसे ही थे। इन बच्चों में चांदीपुरा वायरस को लेकर किसी तरह के सैंपल भी नहीं लिए गए थे। ऐसे में अब उनमें पुष्टि होना भी संभव नहीं है। ये बच्चे झोथरी पंचायत समिति के सुराता गांव निवासी रोहित (14), रास्तापाल गांव में 2 साल की पीयू, पोहरी गांव के साढ़े 6 साल के हितेश की मौत हुई है। इसके अलावा उदयपुर के कल्याणपुर गांव 8 साल के प्रदीप की मौत हो चुकी है।
बच्चों में चांदीपुरा वायरस जैसे लक्षण मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। सीएमएचओ डॉ अलंकार गुप्ता ने बताया- रामसोर ओर बालदिया गांव में डॉक्टर और एएनएम की टीम को भेज दिया है। ये टीम घर-घर जाकर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच कर उनका इलाज कर रही हैं। वहीं, उल्टी दस्त या बुखार से पीड़ित बच्चे मिलने पर उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भेजा जा रहा है।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.