जम्मू-कश्मीर के जम्मू रीजन के बट्टाल सेक्टर में मंगलवार (23 जुलाई) सुबह करीब 3 बजे आर्मी-आतंकियों के बीच गोलीबारी हुई। इसमें सेना का एक जवान घायल हो गया। सेना की ओर से X पर बताया कि आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी गई। उनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
इसके पहले सोमवार को भी सुबह करीब 3 बजे जम्मू रीजन में ही एनकाउंटर हुआ था। राजौरी के घोंधा में आतंकियों ने शौर्य चक्र विजेता परशोत्तम कुमार के घर पर हमला किया था। हमले की खबर लगते ही 63 आरआर आर्मी कैंप से आई टुकड़ी ने जवाबी कार्रवाई करते हुए एक आतंकी को मार गिराया था। हमले में एक जवान और परशोत्तम कुमार के चाचा घायल हुए। राजौरी में आज दूसरे दिन भी सर्च ऑपरेशन जारी है।
सैफ अली खान का वीडियो वायरल, पुलिस बोली- इसे जैश ने बनाया
जम्मू-कश्मीर में सोमवार को वायरल हुए 5 मिनट 55 सेकेंड के वीडियो को लेकर यहां की पुलिस ने अलर्ट जारी किया। साथ ही एक्स पर पोस्ट भी शेयर की। पुलिस का दावा है कि दोपहर 2 बजे के करीब आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने एक प्रोपागेंडा वीडियो शेयर किया है।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि इस वीडियो को शेयर नहीं करें और जो भी इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं उनकी जानकारी दें। साथ ही चेतावनी दी है कि इस वीडियो को अपने पास रखना और फॉरवर्ड करना UAPA की धारा 13 और 18 के तहत अपराध है।
पुलिस ने बताया कि आतंकी संगठन के बनाए इस वीडियो में बॉलीवुड फिल्म फैंटम के पोस्टर के साथ एक्टर सैफ अली की तस्वीर वायरल की गई है।
एक्स पर J&K पुलिस की पोस्ट
"आम जनता को सचेत किया जाता है कि वे सबसे पहले वीडियो को किसी भी तरीके से किसी को फॉरवर्ड नहीं करेंगे। वे मैसेज के पुलिस को रिपोर्ट करेंगे कि उन्हें यह वीडियो किससे मिला है। वीडियो मिलने की तारीख और समय, साथ ही टेलीफोन नंबर की डिटेल भी शेयर करें।
पुलिस अधिकारी इसे अपने जांच अधिकारी को रिपोर्ट करेंगे और सिविल अधिकारी भी समान रूप से इसे अपने जांच अधिकारी को टेक्स्ट मैसेज के जरिए रिपोर्ट करेंगे। हर हाल में इस वीडियो को फॉरवर्ड नहीं किया जाना चाहिए। याद रखें कि इस तरह की सामग्री को रखना और फॉरवर्ड करना UAPA की धारा 13 और 18 के तहत अपराध है।''
डोडा के डेसा इलाके में 16 जुलाई को आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के एक कैप्टन और पुलिसकर्मी समेत 5 जवान शहीद हो गए थे। 15 जुलाई को डोडा के डेसा फोरेस्ट बेल्ट के कलां भाटा में रात 10:45 बजे और पंचान भाटा इलाके में रात 2 बजे फिर फायरिंग हुई थी।
इन्हीं घटनाओं के बाद सर्च ऑपरेशन चलाने के लिए सेना ने जद्दन बाटा गांव के सरकारी स्कूल में अस्थायी सुरक्षा शिविर बनाया था। डोडा जिले को 2005 में आतंकवाद मुक्त घोषित कर दिया गया था। 12 जून के बाद से लगातार हो रहे हमलों में 5 जवान शहीद हुए, 9 सुरक्षाकर्मी घायल हुए। जबकि तीन आतंकवादी मारे गए।
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