नागौर. खींवसर विधानसभा उपचुनाव 2024 के लिए मतदान प्रक्रिया आज सुबह 7 बजे शुरू हो गई . मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ जुटने लगी है, और सुबह से ही वोटर्स अपने मताधिकार का उपयोग करने पहुंच रहे हैं. खींवसर विधानसभा क्षेत्र में कुल 2 लाख 86 हजार 224 मतदाता हैं.
इस उपचुनाव में तीन प्रमुख प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. बीजेपी से रेवंतराम डांगा, आरएलपी से कनिका बेनीवाल, और कांग्रेस से डॉ. रतन चौधरी। दिलचस्प बात यह है कि दो प्रमुख प्रत्याशी, कनिका बेनीवाल और डॉ. रतन चौधरी, के वोट खींवसर क्षेत्र में नहीं लगते. केवल बीजेपी के प्रत्याशी रेवंतराम डांगा का वोट खींवसर में है. डांगा अपने गांव पालड़ी व्यासा से मतदान करने पहुंचे और इस दौरान उन्होंने कहा, "यह चुनाव जनता का है, और जनता ही इसे जीतेगी, खींवसर की जनता विकास के साथ रहेगी." रेवंतराम डांगा ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा कि "यह चुनाव जनता लड़ रही है, और जब जनता चुनाव लड़ रही है तो चुनाव आसान होते हैं." उन्होंने मतदाताओं से ज्यादा से ज्यादा मतदान करने की अपील भी की.
कुल 268 मतदान केंद्र, 12 प्रत्याशी मैदान में : खींवसर उपचुनाव में कुल 268 मतदान केंद्र हैं, और कुल 12 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. मतदान प्रक्रिया सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगी. चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी के रेवंतराम डांगा, आरएलपी की कनिका बेनीवाल, और कांग्रेस के डॉ. रतन चौधरी के बीच है.
बेनीवाल का परिवार रहा है खींवसर पर हावी : खींवसर सीट पर 2008 से हनुमान बेनीवाल का कब्जा रहा है. 2023 के विधानसभा चुनाव में हनुमान बेनीवाल ने आरएलपी के टिकट पर चुनाव जीता था, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में उनके कांग्रेस से गठबंधन के कारण यह सीट खाली हो गई, जिससे खींवसर में उपचुनाव हो रहा है.
इससे पहले, 2019 में भी खींवसर में उपचुनाव हुआ था, जिसमें हनुमान बेनीवाल के छोटे भाई नारायण बेनीवाल ने जीत दर्ज की थी. अब 2024 में उपचुनाव हो रहा है और आरएलपी की ओर से हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल मैदान में हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में बेनीवाल ने बीजेपी के रेवंतराम डांगा को महज 2059 वोट से हराया था.
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