टोंक। राजस्थान उपचुनाव की सभी सात विधानसभा सीटों का परिणाम आ गया है। झुंझुनूं, खींवसर, देवली-उनियारा, सलूंबर और रामगढ़ में बीजेपी ने जीत दर्ज की। वहीं, चौरासी सीट पर बाप और दौसा में कांग्रेस ने परचम लहराया है। हम बात कर रहे हैं, उस सीट की जो वोटिंग के दिन से ही खूब चर्चा में रही। एसडीएम थप्पड़कांड में जेल की हवा खा रहे नरेश मीणा ने हार के बाद भी देवली उनियारा में कमाल कर दिया। साथ ही कांग्रेस का ऐसा हाल कर दिया कि वो तीसरे स्थान पर लुढ़क गई। देवली उनियारा में भाजपा ने कांग्रेस को हैट्रिक लगाने से रोक दिया। साथ ही भाजपा ने 2013 के बाद इस सीट पर अब जाकर बड़ी जीत दर्ज की है। देवली उनियारा में 40,914 मतों से बीजेपी की जीत से समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। यहां 20 राउंड में चली काउंटिंग के दौरान भाजपा के राजेंद्र गुर्जर को कुल 100259 वोट मिले। वहीं, निर्दलीय नरेश मीणा दूसरे और कांग्रेस के केसी मीणा तीसरे नंबर पर हैं। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को 59345 वोट मिले और कांग्रेस के कस्तूर चंद मीणा को 31228 वोट ही मिले।
देवली उनियारा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही थी। लेकिन, कांग्रेस से बगावत करने वाले नरेश मीणा ने चुनावी रण में उतरकर पूरा खेल ही बिगाड़ दिया। इसके साथ ही यहां मुकाबला रोचक बन गया। वोटिंग वाले दिन नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया था। ऐसे में यह सीट चर्चा का विषय बन गई थी। तब यह माना जा रहा था कि नरेश मीणा बीजेपी और कांग्रेस के सामने टिकने वाले नहीे है। लेकिन, चुनाव नतीजों में उलटा हो गया। यहां से बीजेपी ने जीत तो दर्ज की, लेकिन नरेश मीणा ने कमाल कर दिया। वे 59345 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे।
कांग्रेस को यहां अपने गढ़ को बचाने की उम्मीद थी। लेकिन, बागी नरेश मीणा ने कांग्रेस का पूरा गणित ही खराब कर दिया। यही वजह रही कि हैट्रिक लगाने की आस लगाए बैठी कांग्रेस तीसरे नंबर पर लुढ़क गई। इस सीट पर जीत के लिए कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की चुनाव सभाएं कराई थी। लेकिन, नरेश मीणा की बगावत और चुनावी रण में उतरने के कारण किसी का भी जादू नहीं चल पाया और इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिल गया।
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