Bhilwara news : ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट (अपार) रजिस्ट्री इन दिनों जिले के छात्रों एवं अभिभावकों के साथ शिक्षकों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। सरकार की ओर से नवाचार के तहत एक देश एक छात्र आईडी नई शिक्षा नीति के तहत जोड़ी है। इसे अब सभी विद्यालयों के छात्रों के लिए अनिवार्य किया है। यह आईडी 12 अंकों की है। इससे विद्यार्थियों को मिलने वाले सभी लाभ उपलब्ध हो सकेंगे। यह आईडी पूरे देश में काम करेगी एवं प्रत्येक छात्र के शैक्षणिक इतिहास का विस्तृत और स्थायी अभिलेख बनाए रखने में मदद करेगी।
भटक रहे हैं अभिभावक
शाला दर्पण में विद्यार्थी एवं अभिभावक का दस्तावेजों में जो नाम हैै, वही नाम आधार कार्ड में भी होना चाहिए लेकिन 80 प्रतिशत छात्र एवं अभिभावकों का शाला दर्पण रिकॉर्ड में नाम कुछ तथा आधार कार्ड में नाम कुछ और है। अभिभावकों को आधार कार्ड, राशन कार्ड, पेन कार्ड, पहचान पत्र सभी में अपना नाम शाला दर्पण यू डाइस के अनुरूप संशोधित करवाने में पसीने छूट रहे हैं। सरकार ने आदेश जारी कर दिया हैं, लेकिन व्यवहार में आ रही समस्याओं पर कभी ध्यान नहीं दिया। यही कारण हैं कि अभिभावक एवं छात्र चक्कर काटने को मजबूर हैं, लेकिन उनके नाम संशोधन नहीं हो रहे हैं। इसके कारण अपार में छात्रों की संख्या में वृद्धि नहीं हो पा रही है।
प्रक्रिया हो सरल
अपार में पंजीयन करवाने के लिए विभाग को कोई सरल मार्ग निकालना चाहिए। ताकि अभिभावकों एवं छात्रों को अपार आइडी के लिए आधार संशोधन के लिए भटकना नहीं पड़े।
नीरज शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष, शिक्षक संघ (प्रगतिशील)
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