पंजाब के रोपड़ जिले के 5 वर्षीय बालक ने अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर चढ़ने वाला एशिया का सबसे कम उम्र का बालक होने का रिकॉर्ड बनाया है. अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी तंजानिया में 19,340 फीट की ऊंचाई पर स्थित है.
तेगबीर सिंह (5) ने सर्बिया के ओगंजेन जिवकोविक का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने पिछले साल 6 अगस्त को पांच साल की उम्र में माउंट किलिमंजारो पर चढ़ाई की थी. माउंट किलिमंजारो पर ट्रैकिंग के लिए विश्व पोर्टल लिंक के अनुसार, तेगबीर यह उपलब्धि हासिल करने वाले एशिया के सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं.
तेगबीर ने अपनी सफलता का श्रेय अपने प्रशिक्षक बिक्रमजीत सिंह घुमन को दिया है, जो सेवानिवृत्त हैंडबॉल कोच हैं. परिवार के सदस्यों ने बताया कि इस यात्रा में बेटे ने काफी मेहनत की है. एक साल पहले से ही तैयारी शुरू कर दी गई थी और ऊंचाई पर होने वाली बीमारियों से निपटने के लिए बच्चे को हृदय और फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने के लिए व्यायाम कराया गया था. उसे कई जगहों पर ट्रेकिंग पर ले जाया गया, जिसके बाद सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ने की योजना बनाई गई.
तेगबीर के पिता ने बताया कि उनका बेटा पिछले एक साल से इस यात्रा की तैयारी कर रहा था. उन्होंने कहा, 'इस दौरान तेगबीर ने ऑक्सीजन के कम स्तर से निपटने के लिए कई तरह के व्यायाम और सांस लेने की तकनीक का अभ्यास किया. इतनी कम उम्र में उसकी इस उपलब्धि ने परिवार को गौरवान्वित किया है और शहर का नाम रोशन किया है'.
तेगबीर ने 18 अगस्त को माउंट किलिमंजारो की यात्रा शुरू की और 23 अगस्त को वह पैदल ही पहाड़ की सबसे ऊंची चोटी उहुरू पहुंच गया. डीजीपी गौरव यादव ने सोशल मीडिया पर तेगबीर को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी. डीजीपी ने लिखा कि तेगबीर का दृढ़ संकल्प और दृढ़ता सभी के लिए प्रेरणा है. उन्होंने कहा कि उनकी उपलब्धि दूसरों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी.
डीजीपी यादव ने ट्वीट किया, 'पंजाब के रोपड़ के 5 वर्षीय तेगबीर सिंह पर गर्व है, जो माउंट किलिमंजारो पर विजय प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के एशियाई बन गए हैं! उनका दृढ़ संकल्प हम सभी के लिए प्रेरणा है. उनकी उपलब्धियां दूसरों को अपनी सीमाओं से आगे बढ़ने और महानता के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित करें!'.
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