राज्यपाल हरीभाऊ बागडे ने केन्द्र व राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने, बॉर्डर एरिया में विकास कार्यों की प्रभावी योजना बनाकर कार्य करने और श्रीगंगानगर जिले को टीबी मुक्त करने के लिए प्रभावी प्रयास किए जाने का आह्वान किया हैं। उन्होंने घुमंतू परिवारों के बच्चों की शिक्षा के लिए भी कार्य करने, पिछड़े क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए उत्कृष्ट विद्यालय की व्यवथा के लिए भी गंभीर होकर प्रयास किए जाने पर जोर दिया है ।
राज्यपाल बागडे गुरुवार को श्रीगंगानगर कलेक्ट्रेट सभा हॉल में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ निचले स्तर तक पात्र व्यक्ति तक पहुंचाना हमारा दायित्व है। उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्र के गांवों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाए। सीमांत क्षेत्र के गांवों में चिकित्सा, शिक्षा, सड़क सहित अन्य प्रकार की व्यवस्थाएं व सुविधाएं मिलनी चाहिएं। श्री बागड़े ने कहा कि हर घर नल योजना का लाभ सभी परिवारों को मिलना चाहिए।
उन्होंने वर्षा जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिकाधिक कार्य करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक मदद देने के साथ-साथ उन्हें मार्केटिंग की सुविधा प्रदान की जाए ताकि वे बाजार में अपने उत्पादों का विक्रय कर सकें।
बागडे ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि कोई भी गांव या ढाणी सड़क सुविधा से वंचित न रहे। उन्होंने प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि कोयले की मात्रा सीमित है। ऐसे में सूर्य घर योजना बहुत ही कारगर योजना है, जिसका लाभ प्रत्येक नागरिक को लेना चाहिए तथा विभाग इस योजना की व्यापक जानकारी आमजन तक पहुंचाए। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के तहत जरूरतमंद परिवारों को मिलने वाले उपचार तथा चिकित्सा सुविधा पर चर्चा करते हुए योजना की समीक्षा की।
बागडे ने प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि कोई भी ऐसा गरीब पात्र परिवार बिना आवास के न रहे, इस पर ध्यान दिया जाए। बैठक में उन्होंनेगरीब परिवारों के घरों में शौचालय निर्माण की जानकारी ली । उन्होंने कहा कि कोई भी बच्चा विद्यालय जाने से वंचित न रहे, इसके लिए शिक्षकगणों को ध्यान देना होगा। जो बच्चा किसी कक्षा में फेल हो जाता है, तो उसे पुनः परीक्षा दिलाने के लिए अध्यापकगण ध्यान दें। घुमंतू परिवार के बच्चों को भी शिक्षा से जोड़ने पर जोर दिया गया।
बैठक में उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की समीक्षा की। अधिकारियों द्वारा बताया गया कि जिले के किसान इस योजना से जुड़े हुए हैं तथा माननीय मुख्यमंत्री द्वारा 2000 रूपए प्रति किसान को देने की घोषणा के अनुरूप किसानों को राशि का भुगतान किया गया है। किसान की फसल अच्छी हो, इसके लिए माननीय प्रधानमंत्री द्वारा प्रारंभ की गई मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना की समीक्षा की गई। बैठक में जानकारी दी गई कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में गत वर्ष 155 करोड रुपए की राशि के क्लेम पारित किए गए।
शिक्षा विभाग की योजनाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के साथ-साथ उन्हें संस्कारमय बनाने पर ध्यान दिया जाए। बैठक में प्रधानमंत्री खनन क्षेत्र कल्याण योजना और हिंदू विस्थापित नागरिकों के बारे में भी जानकारी लेकर बागडे ने निर्देश दिए कि ऐसे परिवारों को नियमानुसार सुविधा दी जाए।
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