उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ : का रविवार सुबह 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे और उदयपुर स्थित शंभु निवास में उनका इलाज चल रहा था। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, उन्होंने रविवार सुबह अंतिम सांस ली।
मेवाड़ राजवंश के उत्तराधिकारी
अरविंद सिंह मेवाड़ भगवंत सिंह मेवाड़ और सुशीला कुमारी के पुत्र थे। उनके बड़े भाई महेंद्र सिंह मेवाड़ का पिछले साल नवंबर में निधन हो गया था।
अंतिम दर्शन और अंतिम यात्रा का कार्यक्रम
उनके बेटे लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने इंस्टाग्राम के माध्यम से जानकारी दी कि "एकलिंग दीवान" के अंतिम दर्शन 17 मार्च 2025, सुबह 7 बजे से होंगे।
- अंतिम यात्रा: 17 मार्च 2025, सोमवार, प्रातः 11 बजे शंभु निवास से प्रारंभ होगी।
- यह यात्रा बड़ी पोल, जगदीश चौक, घंटाघर, बड़ा बाजार, देहली गेट होते हुए महासतियां पहुंचेगी।
राजनीतिक और सामाजिक जगत की श्रद्धांजलि
- रणदीप सुरजेवाला (CWC जनरल सेक्रेटरी): "उन्होंने उदयपुर को पर्यटन मानचित्र पर नई ऊंचाई तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।"
- चिकित्सा मंत्री खींवसर: "एक ऐतिहासिक धरोहर का अध्याय समाप्त हो गया।"
- पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र: "भारतीय संस्कृति और विरासत के प्रति उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा।"
- डिप्टी सीएम दिया कुमारी: "ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।"
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह: "मेवाड़ राजवंश के इस महान पुरुष का जाना अपूरणीय क्षति है।"
- राजस्थान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा: "परिवारजनों को यह दुख सहने की शक्ति मिले।"
- केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया: "मेरे पिता माधवराव सिंधिया से उनके आत्मीय संबंध थे।"
इतिहासकारों की प्रतिक्रिया
महाराणा प्रताप पर शोध करने वाले प्रो. चंद्रशेखर शर्मा ने कहा, "अरविंद सिंह मेवाड़ ने अपनी सांस्कृतिक विरासत को आधुनिकता के साथ बनाए रखा।"
पर्यटन, संस्कृति और विरासत संरक्षण में अहम भूमिका
अरविंद सिंह मेवाड़ को उदयपुर को वैश्विक पर्यटन केंद्र बनाने, मेवाड़ संस्कृति को संरक्षित करने, और ऐतिहासिक धरोहरों के आधुनिकीकरण में योगदान के लिए याद किया जाएगा।