बालोतरा : प्रदेश के सबसे बड़े प्रोजेक्ट बालोतरा रिफाइनरी में तेंदुए की दहशत पिछले 48 घंटों से बनी हुई है। मंगलवार को तेंदुए ने एक मजदूर पर हमला कर दिया, जिससे वह घायल हो गया। इस घटना के बाद से रिफाइनरी में काम करने वाले मजदूरों में भय का माहौल है। वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन निर्माण कार्य के स्ट्रक्चर और पाइपलाइनों के जाल में तेंदुआ छिपा हुआ है, जिससे उसे ढूंढना मुश्किल हो रहा है।
तेंदुआ सबसे पहले मंगलवार सुबह करीब 5 बजे रिफाइनरी की दीवार के पास टहलता हुआ दिखाई दिया। वन विभाग की टीम ने उसे पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह झाड़ियों में भाग गया। इसके बाद उसके पैरों के निशान (पगमार्क) रिफाइनरी के बाहर भी देखे गए। इस घटना के बाद प्रशासन ने आसपास के गांवों में भी अलर्ट जारी कर दिया है और ग्रामीणों को रात में सतर्क रहने की सलाह दी गई है। तेंदुआ रिफाइनरी के CDU यूनिट में खड़ी क्रेन पर भी चढ़ा हुआ नजर आया था।
वन विभाग के रेंजर जगदीश विश्नोई ने बताया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए 15 सदस्यीय टीम काम कर रही है, जिसमें दो रेंजर भी शामिल हैं। उसे ट्रैंक्विलाइज़ (बेहोश) करने के प्रयास किए जा रहे हैं और एक पिंजरा भी लगाया गया है। हालांकि, रिफाइनरी के बड़े क्षेत्र और झाड़ियों व पाइपलाइनों के जाल के कारण तेंदुए को पकड़ना मुश्किल हो रहा है। दिन में गर्मी के कारण वह छिप जाता है और उसका मूवमेंट मुख्य रूप से रात में ही हो रहा है।
रिफाइनरी में हजारों मजदूर काम कर रहे हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। प्रशासन ने आसपास के रिहायशी इलाकों में भी लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। मजदूरों और स्थानीय लोगों को रात में अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।
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