कोटा : राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद नैतिकता के नाते मंत्री पद से इस्तीफा दिया था, लेकिन सरकार से कोई नाराजगी नहीं थी। अब पार्टी नेतृत्व ने निर्देश दिया है कि काम करें, इसलिए वह पूरी तरह सक्रिय हो गए हैं।
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा सोमवार को कोटा दौरे पर रहे। सर्किट हाउस में भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने उनका भव्य स्वागत किया। इसके बाद वे शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के घर पहुंचे, जहां उन्होंने मंत्री के भतीजे के निधन पर संवेदना व्यक्त की।
डॉ. मीणा ने कहा कि समरावता गांव में जो निर्दोष थे, उन्हें खुद जाकर छुड़वाया। 52 लोग जेल में थे, जिनसे वे मिलने गए और अदालत ने सभी को छोड़ दिया। अब कुछ ही लोग बचे हैं, जिनके खिलाफ वीडियो में अपराध स्पष्ट दिख रहा है, इस पर अदालत अपना फैसला करेगी।
उन्होंने कहा, "मैं जो वादा करता हूं, उसे पूरा करता हूं। मैंने कहा था कि अगर लोकसभा चुनाव हारे तो इस्तीफा दूंगा, इसलिए दिया। अब हाईकमान ने आदेश दिया है कि काम करें, इसलिए पूरी तरह सक्रिय हूं और 9 महीने में हुए नुकसान की भरपाई करेंगे।"
कृषि मंत्री ने फसल बीमा योजना में गड़बड़ी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि 109 करोड़ रुपये मिलने थे, लेकिन सिर्फ 9 करोड़ ही दिए गए। 100 करोड़ रुपये के गबन की शिकायत मिली है। उन्होंने कहा कि बीमा कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और किसानों को उनका हक दिलाया जाएगा।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मीणा ने कहा कि कांग्रेस ने 18 में से 17 परीक्षाओं के पेपर लीक कर बेरोजगारों के भविष्य से खिलवाड़ किया। भाजपा ने इसके खिलाफ आंदोलन किया, लाठियां खाईं और जेल भी गए।
उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने अब तक 50 थानेदारों को जेल भेजा है, जबकि फरार लोगों की तलाश जारी है। कांग्रेस सरकार में हुए हर घोटाले पर कार्रवाई की जा रही है।"
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.