सिरोही : जिले में भील समाज के बाद अब गरासिया समाज भी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ सक्रिय हो गया है। समाज की एक बैठक में कई नए नियम बनाए गए, जिसमें महिलाओं के रात्रि जागरण, जन्मदिन की पार्टी और डीजे पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया।
सरूपगंज के आपरीखेडा गांव स्थित सरतानेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में आयोजित गरासिया समाज की बैठक में समाज सुधार पर चर्चा की गई। ग्राम अध्यक्ष चतराराम सेलावत की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि—
✔ रात में होने वाले आयोजनों में महिलाओं की भागीदारी पूरी तरह से रोकी जाएगी।
✔ गांव में जन्मदिन पार्टियों और डीजे बजाने पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा।
✔ महाशिवरात्रि पर होने वाले सत्संग में भी महिलाओं की उपस्थिति नहीं रहेगी।
✔ युवाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया जाएगा।
इस बैठक में ग्राम पंचायत लोटाणा के सरपंच नवाराम सिसोदिया, ब्लॉक अध्यक्ष प्रभुराम गरासिया समेत कई समाजबंधु शामिल रहे।
इससे पहले भील समाज ने भी कुरीतियों के खिलाफ कठोर निर्णय लेते हुए कई पाबंदियां लगाई थीं। आबूरोड के मानपुर क्षेत्र स्थित धनकुकड़ी मंदिर परिसर में हुई भील समाज की बैठक में समाज सुधार को लेकर निम्नलिखित निर्णय लिए गए—
✅ शादी और सगाई में शराब व नॉनवेज पूरी तरह बैन।
✅ शादी समारोह में डीजे बजाने पर 21 हजार रुपये का जुर्माना।
✅ विवाहिता को भगाकर ले जाने पर 2.50 लाख रुपये का दंड।
✅ बिना परिवार की सहमति के भागने पर 1.50 लाख रुपये का जुर्माना।
✅ समाज के नियमों का उल्लंघन करने वाले गांव पर 1.51 लाख रुपये का सामूहिक दंड।
पारंपरिक रीति-रिवाजों को बढ़ावा देने की पहल
भील समाज की बैठक में निर्णय लिया गया कि शादी-ब्याह में डीजे की जगह समाज के पारंपरिक वाद्य यंत्रों का ही उपयोग किया जाएगा। यदि किसी ने इस नियम को तोड़ा तो उसे 21,000 रुपये का जुर्माना देना होगा।
समाज सुधार के इन कड़े फैसलों से भील और गरासिया समाज नई दिशा में आगे बढ़ रहा है। अब देखना यह होगा कि यह नियम कितने प्रभावी साबित होते हैं।
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