Nepal: नेपाल में क्यों आते रहते हैं भूकंप के तेज झटके? बीती रात 75 मिनट में दो बार कांपी धरती, दहशत में लोग

नेपाल : में गुरुवार देर रात दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। पहला झटका रात 2:36 बजे आया, जिसकी तीव्रता 5.5 दर्ज की गई, जबकि दूसरा और ज्यादा शक्तिशाली झटका सुबह 3:51 बजे आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.1 मापी गई। भूकंप का केंद्र काठमांडू से 65 किलोमीटर पूर्व सिंधुपालचौक जिले के कोडारी राजमार्ग पर था। हालाँकि, अब तक किसी बड़े जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है

भूकंप के झटके काठमांडू घाटी में महसूस किए गए

भूकंप के झटके काठमांडू घाटी और आसपास के इलाकों में तेज़ी से महसूस किए गए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। नेपाल टेक्टोनिक प्लेटों के सबसे सक्रिय क्षेत्रों में से एक में स्थित है, इसलिए यहाँ भूकंप आना आम बात है।

नेपाल में अब तक का सबसे बड़ा भूकंप

नेपाल ने 2015 में 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप का सामना किया था, जिसमें 9,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और 10 लाख से अधिक इमारतें नष्ट हो गई थीं।

भूकंप क्यों आता है?

  • पृथ्वी की सतह 7 टेक्टोनिक प्लेटों से बनी होती है, जो लगातार घूमती रहती हैं।
  • जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं तो फॉल्ट लाइन बनती है।
  • अत्यधिक दबाव के कारण जब प्लेट्स टूटती हैं, तो भूकंप आता है और ऊर्जा बाहर निकलती है।

भूकंप का केंद्र और तीव्रता का मतलब

  • भूकंप का केंद्र (Epicenter) वह स्थान होता है, जहाँ प्लेटों में हलचल के कारण ऊर्जा निकलती है
  • इस स्थान पर झटके सबसे अधिक तीव्र होते हैं और दूरी बढ़ने पर प्रभाव कम हो जाता है।
  • यदि भूकंप की तीव्रता 7 या उससे अधिक हो, तो 40 किलोमीटर तक का इलाका गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है

कैसे मापा जाता है भूकंप?

  • भूकंप को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है।
  • इसकी तीव्रता 1 से 9 तक दर्ज की जाती है
  • भूकंप के केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा के अनुसार तबाही का स्तर तय होता है

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता और असर

रिक्टर स्केल असर
0 - 1.9 सिर्फ सिस्मोग्राफ से ही पता चलता है।
2 - 2.9 हल्का कंपन महसूस होता है।
3 - 3.9 ऐसा महसूस होता है जैसे कोई भारी वाहन पास से गुजर रहा हो।
4 - 4.9 खिड़कियां टूट सकती हैं, दीवार पर टंगी चीजें गिर सकती हैं।
5 - 5.9 फर्नीचर हिल सकता है।
6 - 6.9 इमारतों की नींव दरक सकती है, ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है।
7 - 7.9 इमारतें गिर जाती हैं, जमीन के नीचे पाइप फट जाते हैं।
8 - 8.9 बड़े पुल और इमारतें गिर जाती हैं, सुनामी का खतरा होता है।
9+ पूरी तरह से तबाही, जमीन लहराने लगती है, सुनामी का खतरा।

नेपाल में भूकंप के लगातार झटकों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। हालाँकि, अब तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस क्षेत्र में भविष्य में भी भूकंप आने की संभावना बनी रहेगी।

Written By

Monika Sharma

Desk Reporter

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