पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने अपने कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया। राज्य के वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने 3.17 लाख करोड़ रुपये का बजट प्रस्तुत किया, जो पिछले साल की तुलना में 38,000 करोड़ रुपये अधिक है। इस बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और महिलाओं के सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी गई है।
बजट की मुख्य घोषणाएंBiharBudget2025
✅ शिक्षा और छात्र कल्याण
- शिक्षा के लिए 60,954 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया।
- एससी-एसटी छात्रों की स्कॉलरशिप राशि बढ़ाकर ₹2,000 प्रति माह की गई।
- सरकारी इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण।
✅ महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं
- पिंक बस सेवा शुरू होगी, जिसमें बस चालक और कंडक्टर भी महिलाएं होंगी।
- राज्य के प्रमुख शहरों में महिला वाहन प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे।
- पटना में महिला हाट की स्थापना होगी, जिससे महिलाओं को स्वरोजगार में मदद मिलेगी।
- सभी पंचायतों में कन्या विवाह मंडप बनाए जाएंगे।
✅ स्वास्थ्य और इंफ्रास्ट्रक्चर
- स्वास्थ्य बजट के लिए ₹20,335 करोड़ निर्धारित।
- पूर्णिया एयरपोर्ट का काम अंतिम चरण में, अगले तीन महीनों में उड़ान सेवा शुरू होगी।
- रक्सौल, राजगीर और सुल्तानगंज में तीन ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट विकसित किए जाएंगे।
✅ कृषि और ग्रामीण विकास
- अरहर और मूंग की खेती को सरकारी योजना के तहत लाने की घोषणा।
- ग्रामीण विकास के लिए ₹16,193 करोड़ का आवंटन।
- ऊर्जा क्षेत्र के लिए ₹13,483 करोड़ की राशि स्वीकृत।
विपक्ष का हंगामा और वॉकआउट
बजट सत्र के दौरान विपक्षी दलों ने सदन में हंगामा किया। आरजेडी विधायक तेज प्रताप यादव ने कहा कि "2025 में तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री बनेंगे।" वहीं, कांग्रेस और आरजेडी के विधायकों ने विधानसभा में वॉकआउट कर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
निष्कर्ष
बिहार सरकार के इस बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिलाओं और बुनियादी ढांचे पर विशेष ध्यान दिया गया है। केंद्र सरकार से 54,575 करोड़ रुपये की सहायता मिलने की उम्मीद है। अब देखना यह होगा कि सरकार अपनी घोषणाओं को कितना प्रभावी रूप से लागू कर पाती है।