जोधपुर: राजस्थान के जोधपुर शहर की पहली महिला महापौर डॉ. ओमकुमारी गहलोत का बुधवार को निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थीं और जोधपुर के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। डॉ. गहलोत ने नगर निगम जोधपुर की पहली महिला मेयर के रूप में कार्यकाल पूरा करने का ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया था। उनके निधन की खबर से शहर में शोक की लहर दौड़ गई है।
राजनीतिक सफर और उपलब्धियां
- डॉ. ओमकुमारी गहलोत ने जोधपुर नगर निगम की पहली महिला महापौर बनने का गौरव हासिल किया था।
- उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान शहर के सौंदर्यीकरण, सफाई व्यवस्था और नागरिक सुविधाओं के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं लागू की थीं।
- उनकी नेतृत्व क्षमता और विकास कार्यों को जोधपुरवासियों ने काफी सराहा था।
- शहर की जल निकासी, सड़क सुधार और ग्रीनरी बढ़ाने की दिशा में उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किए।
शहर की जनता और नेताओं की प्रतिक्रिया
उनके निधन पर राज्य के कई बड़े नेताओं, सामाजिक संगठनों और आम जनता ने शोक व्यक्त किया है।
- मुख्यमंत्री और पूर्व महापौरों ने उनके योगदान को सराहा और कहा कि उन्होंने जोधपुर को एक विकसित शहर बनाने में अहम भूमिका निभाई।
- पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा, "डॉ. ओमकुमारी गहलोत का जाना राजस्थान की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है।"
- जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, "उनकी प्रशासनिक दक्षता और दूरदर्शी सोच से नगर निगम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में मदद मिली।"
शहर के विकास में योगदान
महापौर रहते हुए डॉ. ओमकुमारी गहलोत ने कई अहम योजनाएं लागू कीं, जिनमें प्रमुख हैं:
- जोधपुर की सड़क और ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए कई फ्लाईओवर और सड़कों का निर्माण।
- नगर निगम की सफाई व्यवस्था में सुधार कर जोधपुर को स्वच्छ शहर बनाने की दिशा में काम किया।
- महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं लागू कीं।
अंतिम संस्कार की तैयारी
डॉ. गहलोत का अंतिम संस्कार गुरुवार को जोधपुर में उनके पारिवारिक निवास पर किया जाएगा। अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर नगर निगम कार्यालय में रखा जाएगा, जहां लोग उन्हें श्रद्धांजलि देंगे।
निष्कर्ष
डॉ. ओमकुमारी गहलोत का योगदान जोधपुर के लिए अविस्मरणीय रहेगा। वे राजनीतिक और प्रशासनिक क्षेत्र में महिलाओं के लिए एक मिसाल थीं। जोधपुर की जनता हमेशा उनके योगदान को याद रखेगी।