जैसलमेर कलेक्टर प्रताप सिंह के खिलाफ RAS एसोसिएशन का मोर्चा: CM को पत्र लिखकर कहा- हटाया नहीं तो हड़ताल करेंगे

जयपुर। जैसलमेर में प्रशासनिक विवाद ने तूल पकड़ लिया है। राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) एसोसिएशन ने जैसलमेर कलेक्टर प्रताप सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखते हुए कलेक्टर प्रताप सिंह पर RAS अधिकारियों के साथ कथित रूप से "अशोभनीय बर्ताव" का आरोप लगाया है। एसोसिएशन ने साफ किया है कि यदि प्रताप सिंह को पद से नहीं हटाया गया, तो वे हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होंगे।

क्या है पूरा मामला?

RAS एसोसिएशन का आरोप है कि कलेक्टर प्रताप सिंह ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए RAS अधिकारियों के साथ अनुचित व्यवहार किया। एसोसिएशन का कहना है कि अधिकारी मानसिक दबाव में काम कर रहे हैं और उनके साथ असम्मानजनक भाषा का प्रयोग किया जा रहा है।

CM को लिखा गया पत्र

RAS एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखते हुए कहा है कि कलेक्टर प्रताप सिंह का व्यवहार अधिकारी-कर्मचारियों के मनोबल को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और कलेक्टर को पद से हटाने की मांग की है।

पत्र में की गई मुख्य मांगें:

  • कलेक्टर प्रताप सिंह को तत्काल प्रभाव से जैसलमेर से हटाया जाए।

  • RAS अधिकारियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित किया जाए।

  • सरकार अधिकारियों की सुरक्षा और सम्मान की गारंटी दे।

हड़ताल पर जाने की चेतावनी

RAS एसोसिएशन ने स्पष्ट किया है कि यदि सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो वे सामूहिक हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होंगे। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि यह मुद्दा केवल एक जिले का नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के अधिकारियों के सम्मान का है।

RAS एसोसिएशन का क्या कहना है?

एसोसिएशन के अध्यक्ष ने मीडिया को बताया, "हमारे अधिकारी दिन-रात प्रशासनिक कार्यों में जुटे रहते हैं। लेकिन यदि उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किया जाएगा तो यह असहनीय है। कलेक्टर का व्यवहार अधिकारियों को हतोत्साहित कर रहा है।"

कलेक्टर प्रताप सिंह का पक्ष

अब तक कलेक्टर प्रताप सिंह की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि कलेक्टर का मानना है कि उन्होंने अपने पद का उपयोग केवल प्रशासनिक अनुशासन बनाए रखने के लिए किया है।

सरकार की स्थिति

राजस्थान सरकार की ओर से इस मामले में अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री कार्यालय मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द ही कार्रवाई कर सकता है।

क्या है RAS एसोसिएशन?

राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) एसोसिएशन राज्य के RAS अधिकारियों का संगठन है, जो उनके अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए काम करता है। यह संगठन राज्य प्रशासनिक सेवाओं में किसी भी प्रकार के अन्याय या अनुचित व्यवहार के खिलाफ आवाज उठाता है।

राजनीतिक हलचल भी तेज

इस मुद्दे को लेकर राजस्थान में राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। विपक्ष ने इसे सरकार की प्रशासनिक विफलता करार दिया है और मुख्यमंत्री से तुरंत मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।

निष्कर्ष

जैसलमेर में कलेक्टर प्रताप सिंह और RAS एसोसिएशन के बीच विवाद ने राजस्थान प्रशासन में एक बड़ी बहस को जन्म दे दिया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि राज्य सरकार इस विवाद को कैसे सुलझाती है और क्या कलेक्टर प्रताप सिंह पर कोई कार्रवाई होती है या नहीं।

Written By

Monika Sharma

Desk Reporter

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