प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, गोदाम में प्लास्टिक और अन्य ज्वलनशील सामग्रियां भरी हुई थीं, जिससे आग तेजी से फैल गई। आग लगने के सही कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है। विशेषज्ञों का कहना है कि शॉर्ट सर्किट या अन्य तकनीकी कारण भी हो सकते हैं, लेकिन इसकी पुष्टि जांच के बाद ही हो पाएगी।
आग की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की 5 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं।
दमकलकर्मियों ने एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
आग बुझाने के दौरान गोदाम के भीतर प्लास्टिक और अन्य सामान जलकर राख हो गया।
आस-पास की फैक्ट्रियों को भी सुरक्षित किया गया, जिससे कोई अन्य बड़ा हादसा नहीं हुआ।
आग लगते ही VKI इंडस्ट्रियल एरिया में अफरा-तफरी मच गई। गोदाम के आस-पास काम कर रहे श्रमिक और कर्मचारी बाहर की ओर भागने लगे। इलाके में घना काला धुआं छा गया, जिससे दृश्यता भी प्रभावित हो गई।
फायर ऑफिसर रमेश कुमार ने बताया, "आग की सूचना मिलते ही हमारी टीम तुरंत मौके पर पहुंची। गोदाम में प्लास्टिक की बड़ी मात्रा होने के कारण आग तेजी से फैली, लेकिन दमकलकर्मियों की तत्परता से हमने इसे एक घंटे में नियंत्रित कर लिया।"
गोदाम मालिक के अनुसार, आगजनी में लाखों रुपये की प्लास्टिक सामग्री और अन्य उपकरण जलकर नष्ट हो गए। आग बुझाने के बाद, दमकल विभाग और पुलिस ने मौके पर जांच शुरू कर दी है, ताकि आग लगने के सही कारणों का पता लगाया जा सके।
इस घटना के बाद प्रशासन ने VKI इंडस्ट्रियल एरिया के सभी फैक्ट्री मालिकों से अपील की है कि वे अपने परिसर में अग्नि सुरक्षा उपकरणों की नियमित जांच करें और सुरक्षा मानकों का पालन करें।
गोदाम और फैक्ट्रियों में अग्निशमन यंत्रों की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
नियमित रूप से शॉर्ट सर्किट और वायरिंग की जांच कराएं।
गोदाम में ज्वलनशील पदार्थों को सुरक्षित स्थान पर रखें।
स्थानीय निवासी रमेश सिंह ने बताया, "सुबह हमनें अचानक काले धुएं का गुबार देखा और बाद में पता चला कि गोदाम में आग लग गई है। शुक्र है कि कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन नुकसान बहुत हुआ है।"
VKI इंडस्ट्रियल एरिया में प्लास्टिक गोदाम में लगी भीषण आग ने एक बार फिर से औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी की ओर इशारा किया है। प्रशासन को चाहिए कि वह इन क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों की सख्ती से निगरानी करे, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।
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