जयपुर | राजस्थान के प्रतिष्ठित सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल, जयपुर में एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है, जिसने चिकित्सा प्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। शुक्रवार को एक गर्भवती महिला को गलत ब्लड ग्रुप का खून चढ़ा दिया गया, जिससे उसकी हालत बिगड़ती चली गई और अंत में वेंटिलेटर पर दम तोड़ दिया।
जयपुर के सांगानेर निवासी 25 वर्षीय गर्भवती महिला पूजा चौधरी को प्रसव पीड़ा के चलते गुरुवार रात SMS अस्पताल लाया गया था। डॉक्टर्स ने ऑपरेशन से पहले खून चढ़ाने की सलाह दी। महिला का ब्लड ग्रुप 'बी' पॉजिटिव था, लेकिन अस्पताल स्टाफ ने गलती से 'ए' पॉजिटिव ब्लड यूनिट चढ़ा दी।
"जैसे ही खून चढ़ाया गया, मरीज की हालत बिगड़ने लगी। ब्लड रिएक्शन के लक्षण दिखे, फिर ICU में भर्ती किया गया।"
– पीड़िता के परिजनों का आरोप
नर्सिंग स्टाफ ने ब्लड ट्रांसफ्यूजन से पहले क्रॉस-चेकिंग नहीं की।
ऑपरेशन थिएटर में मौजूद डॉक्टरों को ब्लड ग्रुप मिसमैच की जानकारी नहीं थी।
ICU में मरीज को शिफ्ट करने के बाद भी सही ट्रीटमेंट में देर की गई।
पीड़िता के पति विक्रम चौधरी ने बताया कि जब उन्होंने मेडिकल रिपोर्ट में ब्लड ग्रुप की गड़बड़ी देखी, तो हॉस्पिटल प्रशासन ने कोई ठोस जवाब नहीं दिया।
"हमारी पत्नी जिंदा होती अगर लापरवाही न होती। प्रशासन और जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।"
पूरे मामले पर SMS अस्पताल की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। न ही जिम्मेदार डॉक्टरों या स्टाफ को सस्पेंड किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री से परिजनों ने दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और जांच कमेटी बनाने की मांग की है।
स्वास्थ्य अधिकार संगठनों ने इसे “क्रिमिनल नेग्लिजेंस” करार दिया है और मेडिकल काउंसिल से हस्तक्षेप की मांग की है।
यह घटना सिर्फ एक महिला की मौत नहीं, बल्कि राजस्थान की हेल्थकेयर व्यवस्था की असफलता है। अगर सबसे बड़े हॉस्पिटल में ऐसी लापरवाही हो सकती है, तो बाकी जिलों और कस्बों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.