जोधपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने मंगलवार को जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (JVVNL) के एक कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान तेजाराम के रूप में हुई है, जो नांदड़ी स्थित सहायक अभियंता कार्यालय में हेल्पर द्वितीय के पद पर कार्यरत था।
तेजाराम पर आरोप है कि उसने एक स्थानीय फैक्ट्री मालिक से बिजली कनेक्शन का लोड कम करवाने के एवज में ₹25,000 की रिश्वत की मांग की थी। शिकायत मिलने के बाद ACB ने जाल बिछाया और आरोपी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
सूत्रों के अनुसार, शिकायतकर्ता ने ACB से संपर्क कर जानकारी दी कि तेजाराम बिजली लोड में कमी लाने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा है। शिकायत की पुष्टि के बाद ACB ने ट्रैप योजना बनाई और तयशुदा राशि के साथ जैसे ही शिकायतकर्ता ने तेजाराम को रुपए दिए, टीम ने मौके पर दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
ACB अधिकारियों के अनुसार, अब तेजाराम से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इस भ्रष्टाचार में अन्य अधिकारी या कर्मचारी भी शामिल हैं। आरोपी के मोबाइल फोन और दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
राज्य सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के विरुद्ध "जीरो टॉलरेंस" की नीति के तहत इस प्रकार की कार्रवाईयों को तेज किया गया है।
बिजली विभाग में अक्सर लोड घटाने, कनेक्शन बदलवाने या बिल संशोधन जैसे मामलों में रिश्वतखोरी के आरोप लगते रहे हैं। इस घटना ने फिर एक बार विभागीय पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
एसीबी अधिकारी ने कहा, "हमें पुख्ता जानकारी मिली थी। हमारी टीम ने समय रहते कार्रवाई की और आरोपी को रंगे हाथों पकड़ा। अब उससे पूछताछ जारी है। यदि किसी और की संलिप्तता पाई गई, तो उस पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
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