जयपुर: राजस्थान सरकार ने दलित समाज के लिए एक अनोखी और ऐतिहासिक योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत राज्य के अनुसूचित जाति (SC) समुदाय से जुड़े युवाओं को लंदन स्थित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के ऐतिहासिक निवास की यात्रा कराई जाएगी। इस यात्रा का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी, जिससे युवाओं को अंतरराष्ट्रीय अनुभव के साथ-साथ संविधान निर्माता बाबा साहेब के संघर्ष और शिक्षा को करीब से जानने का अवसर मिलेगा।
राज्य सरकार की इस योजना का उद्देश्य दलित समाज के युवाओं में शिक्षा, आत्मविश्वास और वैश्विक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है। योजना के तहत चयनित लोग लंदन जाकर
बाबा साहेब अंबेडकर के उस घर को देख सकेंगे,
जहां उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ाई के दौरान समय बिताया था।
राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए।
अनुसूचित जाति (SC) वर्ग से संबंध।
स्नातक या उससे उच्च डिग्री धारक होना चाहिए।
अंग्रेज़ी बोलचाल की बुनियादी समझ आवश्यक।
आयु सीमा: 21 से 35 वर्ष के बीच।
पहले कभी विदेश यात्रा पर न गए हों।
चयन ऑनलाइन आवेदन और इंटरव्यू के माध्यम से किया जाएगा।
आवेदकों का शैक्षणिक रिकॉर्ड, सामाजिक योगदान और संप्रेषण क्षमता को प्राथमिकता दी जाएगी।
चयनित व्यक्तियों को प्रशिक्षण और पासपोर्ट प्रक्रिया में सहयोग भी सरकार की ओर से मिलेगा।
हवाई टिकट (आना-जाना)
लंदन में ठहरने और खाने की व्यवस्था
स्थानीय यात्रा और विज़िट प्लान
मेडिकल इंश्योरेंस
पासपोर्ट और वीजा प्रोसेसिंग
आवेदन राजस्थान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जल्द शुरू होंगे।
इच्छुक उम्मीदवारों को सभी दस्तावेज़ों के साथ ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा।
आधिकारिक वेबसाइट देखने के लिए यहां क्लिक करें (लिंक आप अपलोड करते वक्त अपडेट करें)
इस योजना के जरिए सरकार का उद्देश्य है:
बाबा साहेब अंबेडकर की शिक्षाओं को नज़दीक से समझने का अवसर देना।
दलित समाज के युवाओं में आत्मविश्वास और ग्लोबल विज़न विकसित करना।
सामाजिक समरसता और सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस कदम।
राजस्थान सरकार की यह योजना केवल एक घूमने की यात्रा नहीं, बल्कि संविधान, शिक्षा और समानता के प्रतीक बाबा साहेब अंबेडकर से प्रेरणा लेने का अवसर है। यह कदम सामाजिक न्याय की दिशा में एक बड़ी पहल साबित हो सकती है।
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