राजसमंद (राजस्थान): राजसमंद जिले के भीम उप जिला अस्पताल में नसबंदी ऑपरेशन के दौरान एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिसके बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया है। मृतका डाली देवी के परिजनों और ग्रामीणों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाते हुए अस्पताल के बाहर धरना शुरू कर दिया है। धरने की वजह से अस्पताल परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।
मृतका डाली देवी ने 15 अप्रैल को एक पुत्री को जन्म दिया था। परिवारवालों के मुताबिक, 17 अप्रैल को उसकी नसबंदी कर दी गई थी। ऑपरेशन के बाद से ही डाली देवी को लगातार तेज पीड़ा हो रही थी, लेकिन अस्पताल के डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ ने इस पर गंभीरता नहीं दिखाई। लापरवाही के चलते 20 अप्रैल को उसकी मौत हो गई।
परिजनों का कहना है कि भीम अस्पताल में तैनात डॉ. निलेश यादव और मेडिकल स्टाफ की लापरवाही के चलते डाली देवी की जान गई है। उनके अनुसार दर्द की शिकायत करने के बावजूद इलाज में कोई तत्परता नहीं दिखाई गई।
मंगलवार सुबह जब पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू करने की कोशिश की गई, तो परिजनों ने शव उठाने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती और परिजनों को उचित मुआवजा नहीं मिलता, तब तक वे शव नहीं लेंगे।
धरने के दौरान उपखंड अधिकारी, तहसीलदार और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने की तीन बार कोशिश की, लेकिन सभी प्रयास विफल रहे। स्थिति को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। तीन थानों के अधिकारी और जिला प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
धरने को 24 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई है। परिजनों की मांग है कि डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के खिलाफ FIR दर्ज हो, उन्हें तत्काल सस्पेंड किया जाए और पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए।
यह मामला न केवल चिकित्सा लापरवाही का गंभीर उदाहरण बन गया है, बल्कि सरकारी अस्पतालों में नसबंदी जैसी प्रक्रियाओं में मानकों के पालन पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। प्रशासन की अगली कार्रवाई पर पूरे क्षेत्र की नजर टिकी हुई है।
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