कोटपूतली विधायक के बेटे पर आबकारी थाने में हंगामे का आरोप, आरोपी को जबरन छुड़ाने का मामला दर्ज

कोटपूतली, राजस्थान : राजस्थान के कोटपूतली क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां विधायक के बेटे पर आबकारी थाने में हंगामा करने, आबकारी टीम से मारपीट और गिरफ्तार किए गए आरोपी को जबरन छुड़ाकर ले जाने के आरोप लगे हैं।

पूरा मामला कोटपूतली विधानसभा क्षेत्र के सुंदरपुरा ढाढ़ा इलाके से जुड़ा है, जहां अवैध शराब की बिक्री की सूचना मिलने पर प्रागपुरा आबकारी थाने की टीम ने कार्रवाई की थी।


कैसे शुरू हुआ मामला?

प्राप्त जानकारी के अनुसार, ढाढ़ा तिराहा गौशाला के पास एक व्यक्ति को संदिग्ध हालत में शराब से भरे कार्टन के साथ बैठे देखा गया। पुलिस को देखते ही वह भागा, जिसे टीम ने पकड़ लिया। लेकिन तभी वहां स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए और पुलिस को ‘नकली’ बताकर हंगामा करने लगे।

लोगों ने पुलिस की वर्दी पर EPF लिखा देखकर उन्हें फर्जी करार दिया और विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद टीम व्यक्ति को थाने ले गई।


फोन पर धमकी, फिर थाना परिसर में हंगामा

रात को थाने में पदम सिंह नामक आबकारी कर्मी के मोबाइल पर कोटपूतली विधायक के पुत्र पंकज पटेल का फोन आया। फोन पर सिपाही पतराम को गाली गलौज, और पदम सिंह को ट्रांसफर की धमकी दी गई।

कुछ ही देर में करीब 40-50 लोग सात-आठ गाड़ियों में सवार होकर थाने पहुंचे और वहां हाथापाई, गाली-गलौज, और आबकारी टीम के मोबाइल फोन छीनने जैसी घटनाएं हुईं। अंत में आरोपी को जबरन छुड़ाकर ले जाया गया।


कई धाराओं में मामला दर्ज, पुलिस मौन

थाने में पदम सिंह द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर प्रागपुरा थाने में BNS की धाराओं 189(2), 121(1), 132, 333, 351(3), 221, 262 और 263(क) के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

इन धाराओं के तहत सरकारी कार्य में बाधा, सरकारी कर्मचारी पर हमला, जान से मारने की धमकी, और पकड़े गए व्यक्ति को छुड़ाने जैसे अपराध दर्ज हुए हैं।

हालांकि, पुलिस की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है और जांच जारी है।


राजनीतिक दबाव और निष्पक्ष जांच पर सवाल

इस पूरे मामले ने कोटपूतली क्षेत्र में राजनीतिक हस्तक्षेप और प्रशासन पर दबाव को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर आरोप सिद्ध होते हैं, तो यह न केवल कानून व्यवस्था पर हमला माना जाएगा, बल्कि सत्तारूढ़ नेताओं के परिवारों की भूमिका पर भी गंभीर प्रश्नचिन्ह लगाएगा।


निष्कर्ष:

कोटपूतली विधायक के पुत्र पर लगे ये गंभीर आरोप यह दर्शाते हैं कि सत्ता का दुरुपयोग अब खुलेआम होने लगा है। जनता को चाहिए कि ऐसे मामलों में सच सामने लाने के लिए दबाव बनाए रखें और प्रशासन निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा दिलाए।

Written By

Monika Sharma

Desk Reporter

Related News

All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.

BREAKING NEWS
कर्जदारों से परेशान होकर सुसाइड किया:मृतक के पास मिले सुसाइड नोट में तीन जनों के नाम, जिनसे कर्ज ले रखा था | 16 महीने में एक भी पेपर लीक नहीं हुआ:सीकर में सीएम बोले- 69 हजार युवाओं को नियुक्ति-पत्र दिए, सरकार की उपलब्धियां गिनाईं | मंडावा-मुकुंदगढ़ दौरे में मुख्यमंत्री ने की जनसभाएं, ढिगाल टोल प्लाजा पर हुआ भव्य स्वागत, जिलेभर में 11 कार्यक्रमों में की शिरकत | अखिलेश यादव का सामाजिक न्याय पर फोकस: आगरा से 2027 की चुनावी रणनीति का आगाज़ | अमेरिकी उपराष्ट्रपति की सुरक्षा में लगेंगे 7-IPS समेत 2400 जवान:जयपुर के हॉस्पिटल में हर ब्लड ग्रुप के 5 यूनिट रिजर्व, मिलने वालों का कोरोना टेस्ट होगा | Rajasthan: "आपसे दोबारा कैसे बात होगी बाबा", क‍िरोड़ी लाल मीणा ने मह‍िला के हाथ पर ल‍िख द‍िया अपना मोबाइल नंबर | Rajasthan: पत्नी की डेड बॉडी को कंधे पर डालकर अस्पताल में घूमता रहा शख्स, पोछा लगाते समय लगा था करंट | Rajasthan: जोधपुर में 7 दिन बाद पाइपलाइन लीकेज हुआ बंद, अब सेना के जवान निकालेंगे खेतों में बहा लाखों लीटर पानी | सोनिया, राहुल और लालू ज़मानत पर बाहर हैं, इनका राजनीतिक शुद्धीकरण करना ज़रूरी है- मदन राठौड़ | Alwar News: झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से प्रेग्नेंट महिला का हुआ गर्भपात,शिकायत करने पर पति को लाठियों से पीटा |