नई दिल्ली/जयपुर/कोटा : UPSC CSE 2024 के टॉपर्स की कहानियां हमेशा से लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत रही हैं। इस बार दो उम्मीदवारों ने खास ध्यान खींचा है—जयपुर के आदित्य आचार्य जिन्होंने 96वीं रैंक हासिल की और कोटा की अनुश्री, जिन्होंने बिना कोचिंग के 220वीं रैंक पाई।
इन दोनों की मेहनत, सोच और इंटरव्यू में पूछे गए दिलचस्प सवाल आज देशभर में चर्चा का विषय बन चुके हैं।
कोटा की उम्मीदवार अनुश्री से पूछा गया:
“बिल्ली और कुत्ते में से किसे पालना आसान है?”
इस सवाल के पीछे लॉजिक था—उम्मीदवार की सोच, तर्कशक्ति और लाइफ अप्रोच को समझना।
इसके अलावा उनसे यह भी पूछा गया:
“अगर आप कलेक्टर बनें और आत्महत्या के मामले बढ़ रहे हों तो आप क्या करेंगी?”
“क्या लाडली बहना योजना को आगे बढ़ाना चाहिए या नहीं?”
इन सवालों का उन्होंने तर्कपूर्ण, संतुलित और सामाजिक दृष्टिकोण से भरा जवाब दिया, जिससे पैनल प्रभावित हुआ।
जयपुर के आदित्य आचार्य ने UPSC के इंटरव्यू में 96वीं रैंक हासिल की। वो बताते हैं—
"दो बार प्रीलिम्स में फेल होने के बाद मैं टूट चुका था, लेकिन पापा ने कहा कि बेटा, ये संघर्ष नहीं, तुम्हारा रास्ता है – इसे एंजॉय करना सीखो।”
उनके इस नजरिए ने उन्हें तीसरे प्रयास में सफलता दिला दी। आदित्य का मानना है कि UPSC सिर्फ ज्ञान नहीं, मानसिक संतुलन और दृष्टिकोण की परीक्षा है।
अनुश्री ने IIT बॉम्बे से पढ़ाई की है।
उन्हें 2020 में जर्मनी रिसर्च स्कॉलरशिप भी मिली थी, लेकिन कोविड के कारण नहीं जा पाईं।
वहीं आदित्य ने राजस्थान यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया और पूरे समय सेल्फ स्टडी पर फोकस रखा।
चाहे वो कोचिंग नगरी कोटा की अनुश्री हों या राजस्थान के दिल जयपुर से आदित्य आचार्य, इन दोनों की कहानियां ये सिखाती हैं कि अगर सोच साफ है, मेहनत ईमानदार है और नजरिया पॉजिटिव है, तो UPSC जैसी कठिन परीक्षा भी पार की जा सकती है।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.